देवास। मप्र शासन द्वारा हाल ही में जारी अधिसूचना में गौमांस (काऊ मीट) को करमुक्त घोषित किए जाने पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने गहरी आपत्ति जताई है। विहिप पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नाम जिला कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपते हुए इस निर्णय को तत्काल निरस्त करने की माँग की है। विहिप पदाधिकारियों ने कहा कि यह आदेश न केवल मध्यप्रदेश गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम के विरुद्ध है, बल्कि इससे समाज में असंतोष एवं अशांति फैल सकती है। संगठन ने स्पष्ट किया कि गौमांस पर करमुक्ति देना, वस्तुतः गौहत्या को प्रोत्साहित करने जैसा है। विहिप की मुख्य माँगें है कि गौमांस करमुक्ति संबंधी अधिसूचना को तुरंत वापस लिया जाए। गौ संरक्षण अधिनियम के अनुसार गौवंश व उसकी संतति के मांस पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया जाए। अवैध कसाइखानों पर कठोर कार्रवाई की जाए। राज्य व जिला स्तर पर कसाईखाना नियंत्रण समिति का गठन कर निगरानी सुनिश्चित की जाए। मांस बाजारों में रैंडम सैंपल जाँच कर गौमांस की मिलावट व विक्रय पर रोक लगाई जाए। गोमांस को खाद्य सामग्री की श्रेणी से बाहर रखा जाए। गौमूत्र व गोबर आधारित उत्पादों को करमुक्त कर गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाए। विहिप ने चेतावनी दी है कि यदि अधिसूचना तत्काल प्रभाव से वापस नहीं ली गई तो प्रदेश में व्यापक असंतोष एवं अशांति फैल सकती है। विहिप ने ज्ञापन में संस्कृत श्लोक उद्धृत करते हुए कहा – “गावो विश्वस्य मातरः, गावः सर्वस्य भूषणम्।
गावः स्वर्गस्य दातारः, गावः सर्वस्य रक्षणम्॥” ज्ञापन सौंपने वालों में प्रांत सामाजिक समरसता सह प्रमुख शिव प्रसाद शर्मा, जिला अध्यक्ष दिलीप अग्रवाल, जिला मंत्री संदीप चोबे, जिला उपाध्यक्ष विजय पांचाल, नगर अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रचार-प्रसार प्रमुख सचिन राठौर, गोरक्षा प्रमुख रमेश कौशल, अभिजीत ठाकुर, अनिकेत यादव, अभिषेक सहित कार्यकारिणी एवं हिंदू समाज के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
0 Comments