जिले के सभी शासकीय भवनों पर रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाये - कलेक्टर श्री ऋतुराज सिंह
कलेक्टर श्री ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में ‘’जल गंगा संवर्धन अभियान’’ सहित अन्य अभियानों की समीक्षा बैठक आयोजित
देवास, 08 मई 2025 [शकील कादरी] कलेक्टर श्री ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में ‘’जल गंगा संवर्धन अभियान’’, देव संवर्धन अभियान, अमृत संचय अभियान, कैटरेक्ट मुक्त देवास, मेरा स्कूल-स्मार्ट स्कूल, कोडिंग फॉर ऐवरिवन अभियान की समीक्षा बैठक कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित हुई। बैठक में सीईओ जिला पंचायत सुश्री ज्योति शर्मा, संबंधित विभागों के अधिकारी तथा अमृत संचय टीम के सदस्य उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर श्री ऋतुराज सिंह ने जल गंगा संवर्धन अभियान में विभागों द्वारा किये जा रहे कार्यो की विभागवार जानकारी ली। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में सभी शासकीय भवनों पर रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाये। उद्योग विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये देवास के सभी उद्योगों में रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य रूप से लगवाये। नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि नई कॉलोनियों को रूफ टॉप वॉटर एवं सरफेस वॉटर हार्वेस्टिंग को अनिवार्य रूप से लगाने की शर्त पर ही अनुमति दें।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि पार्षदों और वार्ड अधिकारियों को लक्ष्य देकर एवं नागरिकों को जागरूक कर शहर में रूफ टॉफ हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाये। जिले में जहां पर प्याउ की आवश्यकता है, वहां पर प्याउ लगाये। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में आने वाले समय में वृहद् स्तर पर पौधा रोपण करें। जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में 04 लाख एवं नगर निगम क्षेत्र में 25 हजार पौधे रोंपे। उन्होंने सभी जनपद सीईओ को निर्देश दिये कि प्रत्येक विकासखण्ड में कम से कम एक जगह मियावाकी पद्धति से पौधारोपण करें।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान में जिले की 13 रैंक है। जिसपर कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि अभियान में और तेजी से कार्य करने की आवश्यकता है। सभी विभाग अभियान के तहत किये जा रहे कार्यो को समय पर पूर्ण करें। अभियान के तहत किये जा रहे कार्यो की लगातार मॉनिटरिंग भी करते रहें। अभियान के तहत बनाये जा रहे अमृत सरोवरों को अच्छे से बनाये।
बैठक में बताया गया कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत पंचायत विभाग द्वारा जिले में 1488 खेत तालाब बनाये जा रहे है। जिसमें बागली में 386, देवास में 185, कन्नौद में 355, खातेगांव में 378, सोनकच्छ में 126 और टोंकखुर्द में 118 खेत तालाबों का निर्माण होगा। अभियान के तहत 24 अमृत सरोवरों का निर्माण होगा, जिसमें बागली में 07, देवास में 02, कन्नौद में 07, सोनकच्छ में 07 और टोंकखुर्द 01 में अमृत सरोवर का निर्माण किया जायेगा। अभियान के तहत पंचायत विभाग द्वारा 3500 डगवैल रिचार्ज बनाये जायेंगे, जिसमें बागली में 1200, देवास में 300, कन्नौद में 600, खातेगांव में 500, सोनकच्छ में 450 और टोंकखुर्द में 450 डगवैल रिचार्ज बनाये जायेंगे।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि क्षिप्रा शुद्धिकरण कार्य के लिए चलाये जा रहे दो माह के विशेष अभियान में जनभागीदारी से प्रतिदिन सफाई करें। अभियान के तहत क्षिप्रा के आसपास अतिक्रमण को चिहिंत कर, अतिक्रमण हटवाने की कार्यवाही करें। बैठक में नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि अभियान के तहत शहर में 07 तालाबों, 15 बावड़ी तथा 35 कुओं सफाई, संरक्षण एवं जीर्णोद्धार कार्य किया जा रहा है। जिससे जल संचय क्षमता में 20 हजार क्यूबीक मीटर की वृद्धि होगी। शहर में 10 सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था की गई है। शहर में बगीचों का हरित विकास किया जा रहा है। पानी के अपव्यय को रोकने एवं रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाये जा रहे है।
बैठक में पीओ डूडा ने बताया कि जिले में नगर परिषदों द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत ग्रे वॉटर मैनेजमेंट सिस्टम बनाया जा रहा है। नगर परिषदों में 89 प्याउ स्थापित किये गये है। अभियान के तहत 30 कुओं, 08 बावड़ी, नदी घाटों की सफाई की गई है।
बैठक में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अभियान के तहत विभाग द्वारा नहरों की सफाई की जा रही है। तालाबों की सफाई, पिचिंग और मरम्मत कार्य किया जा रहा है। तालाबों के पास पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है। विभाग द्वारा जिले में 12 तालाबों पर अतिक्रमण चिहिंत किया गया है। जिसे राजस्व विभाग के साथ कार्य कर अतिक्रमण हटवाने की कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर श्री सिंह ने पीएचई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये जल जीवन मिशन अभियान के तहत बनाई गई संरचनाओं के पास रिचार्ज पीट बनाये।
मेरा स्कूल-स्मार्ट स्कूल, कोडिंग फॉर ऐवरिवन अभियान की समीक्षा कर कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिये कि अच्छे शिक्षकों को चिंहित कर उन्हें प्रशिक्षण दें। बच्चों को नई तकनीकों की जानकारी दें, जिससे बच्चों का जनरल नॉलेज बडे। बच्चों को ज्ञानवर्द्धक स्टोरी और महापुरूषों की स्टोरी बताये, जिससे बच्चे प्रेरित होकर महापुरूषों के सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाये।
बैठक में अमृत संचय टीम के श्री सुनील चतुर्वेदी ने प्रजेंटेशन के माध्यम से वर्षा के जल को सहजने के लिए विभिन्न प्रकार के रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जल संकट दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। हमें वर्षा के जल को सहज कर जमीन में उतारना होगा, जिससे भूमिगत जल में वृद्धि होगी। एक हैक्टयेर में एक करोड़ लीटर जल का संचय हो सकता है। वर्षा जल को भूमि में उतारने से जल संकट की समस्या को दूर किया जा सकता है। वर्तमान में देवास जिले में 700 से 800 फ़ीट पर पानी मिल रहा है। अभी वर्षा का 100 लीटर पानी में से सिर्फ 06 लीटर पानी ही जमीन में जा रहा है। वाटर लेवल कम होने से नदिया सुख रही हैं। रैन वॉटर को जमीन में उतारने की जरूरत है।
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