सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल समापन, 25 महिलाओं को मिली नई आजीविका की राह
देवास। आईटीसी मिशन सुनहरा कल के सहयोग से एवं संस्था एनसीएचएसई द्वारा आयोजित 10 दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन हुआ। यह प्रशिक्षण 7 जुलाई से 16 जुलाई 2025 तक ब्लॉक सोनकच्छ स्थित राज्य ग्रामीण आजीविका परियोजना के सीटीसी सेंटर में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में स्थानीय महिला स्व-सहायता समूह की 25 सदस्यों ने भाग लिया। प्रशिक्षण में उषा सिलाई की प्रशिक्षक द्वारा प्रतिभागियों को पाँच प्रकार की कढ़ाई, चार प्रकार के ब्लाउज, कुर्ता, पजामा तथा स्कर्ट की डिजाइनिंग और कटिंग की विस्तृत जानकारी दी गई। समापन के अवसर पर सभी प्रतिभागियों को एक किट प्रदान की गई, जिसमें स्केल, कैंची और सिलाई हेतु कपड़ा शामिल था। इस पहल का मुख्य उद्देश्य महिला समूह की सदस्यों को सिलाई-कढ़ाई जैसे स्वरोजगार से जोड़कर उनकी आजीविका को सशक्त बनाना है, जिससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें। कार्यक्रम के समापन अवसर पर एनसीएचएसई के सहायक परियोजना प्रबंधक श्री मंसा राम शेषकर और बायफ डेवलेपमेंट रिसर्च फाउंडेशन के टीम लीडर श्री संदीप बिरला भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने इस प्रकार के प्रशिक्षण को ग्रामीण महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सार्थक कदम बताया और भविष्य में भी इस तरह की गतिविधियों को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया।
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