देवास में हुआ एमएसएमई कार्यशाला का आयोजन
उद्योगों के विस्तार एवं कार्यपद्धति में सुधार पर केंद्रित रहा कार्यक्रम
देवास। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग की मध्यप्रदेश शासन की नोडल एजेंसी लघु उद्योग निगम द्वारा लघु उद्योग भारती के सहयोग से देवास में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य उद्योगों के विस्तार, उनकी कार्य प्रणाली में सुधार एवं नवाचार को बढ़ावा देना रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ भारती और भगवान विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना के साथ हुआ, जिसके पश्चात लघु उद्योग भारती देवास इकाई के अध्यक्ष सुभाष शिंदे ने स्वागत भाषण दिया। जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र की प्रबंधक सपना उमट ने जानकारी दी कि यह कार्यशाला भारत सरकार की रेम्प योजना के अंतर्गत आयोजित की गई है, जिसका उद्देश्य देशभर में एमएसएमई क्षेत्र की प्रतिस्पर्धात्मकता को सशक्त करना है। कार्यशाला में लीन प्रबंधन, ज़ेड प्रमाणन, बौद्धिक संपदा अधिकार और जेम पोर्टल जैसे विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिए गए। इस दौरान ज़ेड नीति प्रशिक्षक राजीव दलेला, रेम्प प्रशिक्षक रवि वर्मा और जेम पोर्टल प्रशिक्षक मुज़म्मिल कुरैशी ने उद्यमियों को विषयों की व्यावहारिक जानकारी दी। इंडियन बैंक, इंदौर क्षेत्र के एमएसएमई प्रमुख मुकेश गुप्ता ने बैंकिंग क्षेत्र में एमएसएमई को दी जाने वाली योजनाओं और सुविधाओं पर प्रकाश डाला। वहीं लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष समीर मूंदड़ा ने संगठन की कार्यशैली, प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। इसके बाद प्रांत सह सचिव प्रतीक गुप्ता ने ईएसआईसी और पीएफ से जुड़ी नई योजनाओं के बारे में बताया, जिनका उद्देश्य श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना और उद्योगों को वित्तीय सहूलियतें उपलब्ध कराना है। कार्यक्रम का संचालन जितेन्द्र जायसवाल ने किया तथा आभार प्रदर्शन इकाई सचिव विजेन्द्र उपाध्याय ने व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रदेश संयुक्त मंत्री सतीश मुकाती, उपाध्यक्ष भारत चौधरी, कोषाध्यक्ष संजय कारपेंटर, हरीश जैन, संजय कसेरा, अखिलेश तिवारी, महिला इकाई की अध्यक्ष रचना तलाटी, सचिव किन्शू गुप्ता, सारिका मुकाती, मोनिका शर्मा, सारिका राय समेत कई अन्य सदस्यगण उपस्थित थे। यह कार्यशाला देवास जिले में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुई, जहां उद्यमियों ने न केवल नई जानकारी प्राप्त की, बल्कि औद्योगिक कार्यप्रणाली के नवीनतम तरीकों को अपनाने की प्रेरणा भी ली।
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