वार्षिक चित्रकला प्रदर्शनी "सृजन" का हुआ शुभारंभ
"प्लास्टिक के काले पेड़ से दिया पर्यावरण बचाने का सन्देश।"
देवास। अभिरूचि ललित कला अकादमी एवं शोध संस्थान में चित्रकला प्रदर्शनी सृजन का शुभारंभ हुआ। संस्थान मे अध्ययनरत फाइन आर्ट के विद्यार्थियों द्वारा अपनी कलाकृतियों में समकालीन कला और साथ-साथ भारतीय लोक कलाओं को भी प्रदर्शित किया गया है। इन सबके बिच 9 फिट के प्लास्टिक के काले पेड़ का आर्ट इंस्टालेशन प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण बना हुआ है जिसमें पर्यावरण बचाने का सन्देश है। हिन्दू पंचांग अनुसार बारहमासी में विशेष माह के तीज-त्यौहार को महाराष्ट्र वारली शैली में चित्रित करके एक आर्ट इंस्टालेशन भी बनाया गया जो लोक संस्कृति का दर्शन है। अन्य कृतियों में वाटर कलर लैंडस्केप,ड्राई पैस्टल, चारकॉल माध्यम की कलाकृतियाँ व अन्य माध्यमों में किये कला कार्य भी आकर्षण का केंद्र है। प्रदर्शनी का उद्घाटन समाजसेवी, पर्यावरण एवं कला चिंतक श्री अजय गुप्ता,श्री चंद्रावत जी, श्री दारासिंह जी, श्री अरुण जी, श्री महेंद्र सिंह सरदाना ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर संजीवनी कान्त, अमित पिठवे, डॉ. सोनाली चौहान, जयप्रकाश चौहान,ममता मालवीय,पारुल कांत,रोहित नंदाने, मैत्रेयी सिंह ठाकुर, कृतिका सोनी, कशिश सिरोलिया, क्रिश सुल्तानियां, हिमांशु व्यास व देवास के कलाकार,कलाप्रेमी उपस्थित थे। संस्थान के अमित पिठवे ने बताया कि प्रदर्शनी के दौरान वर्ली शैली की कार्यशाला भी जारी रहेगी जिसमें किसी भी स्कूल के विद्यार्थी निःशुल्क भाग ले सकते हैं। प्रदर्शनी सुबह 12 बजे से शाम 06 बजे तक अवलोकनार्थ रहेगी ।
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