भगत सिंह जी के मन में बाल्यावस्था से अंग्रेजों के प्रति घृणा थी, उन्होंने जो भूमिका निभाई वह इतिहास में स्वर्ण अक्षर में दर्ज है,,
देवास:बाल्यावस्था से ही भगत सिंह जी के मन में अंग्रेजी हुकूमत के प्रति गहरी घृणा थी। इसी ने उनके भीतर देश के लिए मर मिटने का जज़्बा पैदा किया। अंग्रेजों के खिलाफ आज़ादी की लड़ाई में उनकी भूमिका इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। उनकी तथा अन्य युवा क्रांतिकारियों की शहादत का ही परिणाम है कि हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई। आज के दिन हमें यह संकल्प लेना होगा कि हमारे लिए सबसे पहले देश है। देश रहेगा तो हम रहेंगे। इसके लिए हमें एकजुट रहना होगा। यही शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह जी और उनके साथियों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उक्त विचार रविवार को सरदार भगत सिंह की जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात संबोधित करते हुए शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रयास गौतम, हाजी हारून शेख, पूर्व महापौर रेखा वर्मा, भगवान सिंह चावड़ा, गुरु चरण सलूजा, नरेंद्र यादव सहित अन्य वक्ताओं ने व्यक्त किए। कार्यक्रम की शुरुआत में कांग्रेस अध्यक्ष श्री गौतम सहित वरिष्ठ नेताओं ने सरदार भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके पश्चात कांग्रेसजनों ने पुष्पांजलि अर्पित की और युवा क्रांतिकारियों के जयकारों से वातावरण गूंज उठा। कार्यक्रम का संचालन कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर शर्मा ने किया तथा आभार परवेज शेख ने व्यक्त किया। इस अवसर पर कांग्रेस नेता आबिद खान, रितेश त्रिपाठी, रोशन रायक्रवार, दीपेश कानूनगो, जितेंद्र मोंटू, अब्दुल रऊफ कोहिनूर, सिद्धार्थ माहुरकर, मनोज हेतावल, राजेश राठौर, जितेंद्र गोड़, राजू दरबार, मनोज सांगते, मुकेश शर्मा, शाहिद मोदी, राजेंद्र बेदी, नईम अहमद, कल्याण पवार, शाजी हाश्मी, जहिर शेख, इरफान कुरैशी, विमल चौधरी, रितेश सांगते, वीरेंद्र परदेशी, निलेश वर्मा, रईस कामदार, विशाल यादव, सुनील कैप्टन, मुरलीधर गुप्ता, अविनाश जैठवा, सय्यद आरिफ, आरिफ खान सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित रहे।

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