नेत्रदान की मिसाल आरटीओ एजेंट शरद पटवर्धन की पत्नी की आंखें दान
देवास। शहर के प्रतिष्ठित परिवहन सलाहकार एवं आरटीओ एजेंट शरद पटवर्धन (काका) की पत्नी श्रीमती आशा पटवर्धन का रविवार सुबह दुखद निधन हो गया। उनके निधन के बाद परिवार ने एक अनुकरणीय निर्णय लेते हुए उनकी आंखें दान कर दीं। पुत्र गौरव पटवर्धन एवं बहन हर्षा गोखले एवं परिवारजनों ने स्वयं आगे बढ़कर नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी करवाई ताकि उनकी माता की आंखें किसी जरूरतमंद के जीवन में प्रकाश बन सकें। नेत्रदान की इस पहल की शहरभर में सराहना हो रही है। इष्टमित्रों, सामाजिक संगठनों एवं परिचितों ने पटवर्धन परिवार के इस मानवीय कदम की प्रशंसा की। स्वभाव से सरल और घरेलू रही श्रीमती आशा पटवर्धन अपने पीछे एक भरा-पूरा परिवार छोड़ गई हैं। उनके अंतिम संस्कार में समाज के अनेक लोगों ने उपस्थित होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके नेत्रदान को देवास में एक प्रेरणादायी सामाजिक संदेश के रूप में देखा जा रहा है।
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