अमलतास सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 104 किलो के मरीज की सफल बैरिएट्रिक सर्जरी
देवास। आज के दौर में मोटापा और डायबिटीज एक वैश्विक महामारी का रूप ले चुके हैं। इसी गंभीर समस्या के समाधान हेतु देवास स्थित अमलतास सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एक विशेष 'बैरिएट्रिक सर्जरी वर्कशॉप' का आयोजन किया गया।जिसमे विश्व प्रसिद्ध बैरिएट्रिक सर्जन डॉ. अपूर्व श्रीवास्तव ने दूरबीन पद्धति के जरिए 104 किलो वजन वाले एवं मरीज की सफल सर्जरी की। एवं दुसरे 90 किलो वजन के मरीज जिसे पीसीओडी की समस्या थी जिसकी लैप्रोस्कोपिक स्लीव gastrectomy सर्जरी की है | डॉ. श्रीवास्तव के अनुसार, अगले 3 से 4 महीनों में मरीज का वजन लगभग आधा हो जाएगा। साथ ही, उन्हें डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियों से भी मुक्ति मिलेगी। मेट्रो शहरों में लाखों रुपये में होने वाली यह सर्जरी अमलतास अस्पताल में बेहद किफायती दरों पर उपलब्ध कराई जा रही है।
वर्कशॉप के दौरान डॉ. अपूर्व श्रीवास्तव ने कहा, "मोटापा अपने आप में एक बड़ी बीमारी है जो शरीर में अन्य कई रोगों को जन्म देती है। हमें इसकी जड़ तक जाकर इसका सही समय पर निदान करना चाहिए।"
इस सफल सर्जरी मेंडॉ अपूर्व श्रीवास्तव, बेरियाट्रिक सर्जन पीजी डॉ गौरव तिवारी, ओटी असिस्टेंट आनंद, पूजा परिहार एनेस्थीसिया टीम से डॉ प्रेम, डॉ फैजल, डॉ बिंदिया की मुख्य भूमिका रही साथ ही आयोजित वर्कशॉप में अमलतास विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. शरदचंद्र वानखेड़े, डीन डॉ. ए.के. पीठवा, निदेशक डॉ. प्रशांत, डॉ. अभय गुप्ता एवं सभी विभागाध्यक्ष एवं चिकित्सक , एवं छात्र उपस्थित थे
अमलतास वेलफेयर सोसायटी के चेयरमैन द्वारा बताया गया की इस वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य लोगों को मोटापे के प्रति जागरूक करना और उन्हें आधुनिक एवं सुरक्षित उपचार विकल्पों की जानकारी देना था। अस्पताल अब क्षेत्र के लोगों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं स्थानीय स्तर पर प्रदान कर रहा है।

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