शा.उ.मा. विद्यालय कमलापुर विकासखंड बागली में बाल सभा अंतर्गत सी सी एल ई अंतर्गत अन्वेषणात्मक परियोजना गतिविधि (Exploratory Project Activities )का आयोजन किया गया।
देवास आज दिनांक 24 सितम्बर ,माह के तीसरे शनिवार को *एकीकृत शाला शासकीय हाई स्कूल धींगरखेड़ा संकुल शा.उ.मा. विद्यालय कमलापुर* विकासखंड बागली जिला देवास (मप्र.)में बाल सभा अंतर्गत सी सी एल ई अंतर्गत अन्वेषणात्मक परियोजना गतिविधि (Exploratory Project Activities )का आयोजन किया गया। इसमें प्रत्येक कक्षा के चारों सदनों को चार गतिविधियां दी गयी थी।
प्रथम कालखण्ड में सदन के सभी सदस्य आपस में प्रत्येक परियोजना में वांछित जानकारी एकत्रित की गई ,द्वितीय कालखण्ड में उस जानकारी को संकलित कर आपस में चर्चा की गई तथा समस्या के कारणों के निदान हेतु अंतिम रिपोर्ट तैयार की। तीसरे कालखण्ड में सदनवार प्रस्तुति दी गयी उपर्युक्त आधार पर सदनवार कक्षा शिक्षक द्वारा अंक दिए गए जो उस सदन के उस दिन उपस्थित विद्यार्थियों में संदर्शिका में दर्शाए गए अनुसार समान रूप से बाटे गए
इन गतिविधियों के संबंध में एक दिन पहले ही प्रार्थना सभा में अथवा दिन में सभी विद्यार्थियों को अवगत करा दिया गया था किस कक्षा में किस सदन को कौनसी गतिविधि करनी है, यह कल ही कक्षा शिक्षक द्वारा प्रथम काल खंड में बता दिया गया था।
पहले सदन हेतु प्रोजेक्ट/क्रियाकलाप- 1
विद्यालय परिसर का सर्वेक्षण करके निम्नलिखित जानकारी एकत्र की गई जिसमे
1 विद्यालय परिसर में उपलब्ध वनस्पति (पेड़, पौधों) के प्रकार एवं संख्या-
2 वनस्पति पेड़ पौधों के वनस्पतिक नाम एकत्रित किये गए।
3 विद्यालय परिसर में उपलब्ध पौधों के घरेलू/औषधीय उपयोग की जानकारी।
4 पौधों की वृद्धि को प्रभावित करने वाले कारक जैसे:- धूप हवा पानी मिट्टी खाद आदि की आवश्यकता का विवरण।
5 प्रकृति में वनस्पति संसार की आवश्यकता एवं महत्व बताया और समझाया गया।
दूसरे सदन हेतु प्रोजेक्ट/क्रियाकलाप-
विद्यालय परिसर का सर्वेक्षण करके बच्चों द्वारा निम्नलिखित जानकारी एकत्र की गई:-
1 विद्यालय में विघुत उपकरणों जैसेः- पंखे, बल्ब, कम्प्यूटर आदि की संख्या जिनमें उपयोग में लाए जा रहें तथा खराब हो गए उपकरणों की संख्या।
2 प्रत्येक विद्युत उपकरण के उपयोग के घंटे (अनुमानित)।
3 प्रत्येक उपकरण की अनुमानित विद्युत शक्ति वॉट में ।
4 एक दिवस में विद्यालय में खपत होने वाली विद्युत ऊर्जा का आकलन।
5 खराब उपकरणों को सुधारने में लगने वाले व्यय का आकलन।
6 विद्युत खपत कम करने के उपाय।
7 विश्व में ऊर्जा के विभिन्न स्त्रोत तथा ग्लोबल वार्मिंग कम करने हेतु ग्रीन ऊर्जा स्त्रोतों का महत्व बताया और समझाया गया।
तीसरे सदन हेतु प्रोजेक्ट/क्रियाकलाप- 3
विद्यालय प्रयोगशाला का सर्वेक्षण कर निम्नलिखित जानकारी एकत्र की गई:-
1 प्रयोशाला में उपलब्ध उपकरण/सामग्री की सूची।
2 प्रयोगशाला में उपलब्ध उपकरणों/सामग्री का कितना उपयोग होता है।
3 क्षतिग्रस्त अथवा अनुपयोगी सामग्री की सूची।
4 क्षतिग्रस्त सामग्री में से कितनी सामग्री को सुधार कर उपयोगी बनाया जा सकता है।
5 शाला में विज्ञान के प्रयोगों का महत्व तथा अच्छी प्रयोगशालाओं की आवश्यकता क्यों होती है यह भी बताया गया।
चौथे सदन हेतु प्रोजेक्ट/क्रियाकलाप- 4
विद्यालय परिसर का सर्वेक्षण करके निम्नलिखित जानकारी एकत्र की गयी जिसमे:-
1 विद्यालय में विद्यार्थियों की कुल संख्या।
2 विद्यालय में कक्षावार उपलब्ध फर्नीचर (टेबल, बेंच) तथा परिसर में नलों की कुल संख्या।
3 क्षतिग्रस्त फर्नीचर की कक्षावार संख्या तथा पानी का व्यर्थ रिसाव हो रहे नलों की संख्या
4 क्षतिग्रस्त फर्नीचर तथा रिसाव हो रहे नलों को सुधारने हेतु अनुमानित व्यय का आकलन।
5 फर्नीचर एवं नलों के क्षतिग्रस्त होने का कारण एवं निवारण के उपाय।
6 जल संरक्षण का महत्व एवं तरीके तथा भौतिक संसाधनो का समुचित उपयोग के बारे में बताया गया।
चारो सदन के प्रस्तुतिकरण पश्चात विजेता सदन भगतसिंह समूह ओर स्वच्छ भारत अभियान समूह को ट्रॉफी देकर पुरस्कृत किया गया जिसमें सभी विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।जिसमे मार्गदर्शक के रूप में संस्था प्राचार्य श्री छगनलाल सारण ओर साथी स्टॉफ श्री संदीप यादव,श्री जुगलकिशोर पाटीदार,श्री रोहित पाटीदार,श्री दिनेश बग़ानिया, श्री जगदीश बग़ानिया ओर अर्पित परमार आदि मौजूद थे।जिन्होंने सम्पूर्ण विषय पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
0 Comments