अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ ने आचार्य चाणक्य स्मृति दिवस मनाया
देवास। सर्व ब्राह्मण समाज ने अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ अध्यक्ष पंडित दिनेश मिश्रा की अध्यक्षता में आचार्य चाणक्य स्मृति दिवस मनाया। युवा संघ के जिला अध्यक्ष आदित्य दुबे ने बताया कि प्रतिवर्ष 10 जनवरी को आचार्य चाणक्य का स्मरण करते हुए यह आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी स्थानीय औदुम्बर समाज धर्मशाला में देवास में सभी ब्राह्मण बंधुओ ने एकत्रित होकर आचार्य चाणक्य की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर आचार्य चाणक्य के जीवन पर प्रकाश डालते हुए अपने-अपने विचार रखे। महासंघ अध्यक्ष दिनेश मिश्रा ने आचार्य चाणक्य के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस तरह आचार्य विष्णु गुप्त ने अपनी सूझबूझ और तीव्र बुद्धि से नंद वंश का नाश कर चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बना दिया। चणक के पुत्र होने के कारण वे महान चाणक्य कहलाये। आचार्य विष्णुगुप्त कूटनीति, अर्थनीति, राजनीति के महाविद्वान थे और अपने महाज्ञान का कुटिल सदुपयोग कर जनकल्याण तथा अखण्ड भारत के निर्माण जैसे सृजनात्मक कार्याे को करने के कारण वह कौटिल्य कहलाये। पूर्व महासंघ अध्यक्ष संजय शुक्ला ने भी अपने विचार रखे। कार्यकर्म का संचालन कोषाध्यक्ष सतीश दुबे ने किया इस अवसर पर ब्राह्मण समाज के राम पदारथ मिश्रा, महेंद्र स्थापक, प्रमोद व्यास, राधेश्याम शर्मा, घनशयाम पंडित, आकाश अवस्थी, दीपक जोशी, डी के जोशी, के के शर्मा, सुदर्शन दुबे, मंगेश शर्मा, नयन कानूनगो, अशोक शर्मा, अशोक चौबे, कमलेश शर्मा, कपिल व्यास, एन के शर्मा, छोटू पांडे, रोहन कानूनगो, सुरेश शर्मा, किशोरी लाल शर्मा, सिद्धार्थ अवस्थी, रोहित उपाध्याय, अमितेश पांडे, लक्ष्मीनारायण बिरथरे, गौरीशंकर चौबे, सहित कई विप्रजन उपस्थित रहे!
देवास। सर्व ब्राह्मण समाज ने अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ अध्यक्ष पंडित दिनेश मिश्रा की अध्यक्षता में आचार्य चाणक्य स्मृति दिवस मनाया। युवा संघ के जिला अध्यक्ष आदित्य दुबे ने बताया कि प्रतिवर्ष 10 जनवरी को आचार्य चाणक्य का स्मरण करते हुए यह आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी स्थानीय औदुम्बर समाज धर्मशाला में देवास में सभी ब्राह्मण बंधुओ ने एकत्रित होकर आचार्य चाणक्य की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर आचार्य चाणक्य के जीवन पर प्रकाश डालते हुए अपने-अपने विचार रखे। महासंघ अध्यक्ष दिनेश मिश्रा ने आचार्य चाणक्य के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस तरह आचार्य विष्णु गुप्त ने अपनी सूझबूझ और तीव्र बुद्धि से नंद वंश का नाश कर चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बना दिया। चणक के पुत्र होने के कारण वे महान चाणक्य कहलाये। आचार्य विष्णुगुप्त कूटनीति, अर्थनीति, राजनीति के महाविद्वान थे और अपने महाज्ञान का कुटिल सदुपयोग कर जनकल्याण तथा अखण्ड भारत के निर्माण जैसे सृजनात्मक कार्याे को करने के कारण वह कौटिल्य कहलाये। पूर्व महासंघ अध्यक्ष संजय शुक्ला ने भी अपने विचार रखे। कार्यकर्म का संचालन कोषाध्यक्ष सतीश दुबे ने किया इस अवसर पर ब्राह्मण समाज के राम पदारथ मिश्रा, महेंद्र स्थापक, प्रमोद व्यास, राधेश्याम शर्मा, घनशयाम पंडित, आकाश अवस्थी, दीपक जोशी, डी के जोशी, के के शर्मा, सुदर्शन दुबे, मंगेश शर्मा, नयन कानूनगो, अशोक शर्मा, अशोक चौबे, कमलेश शर्मा, कपिल व्यास, एन के शर्मा, छोटू पांडे, रोहन कानूनगो, सुरेश शर्मा, किशोरी लाल शर्मा, सिद्धार्थ अवस्थी, रोहित उपाध्याय, अमितेश पांडे, लक्ष्मीनारायण बिरथरे, गौरीशंकर चौबे, सहित कई विप्रजन उपस्थित रहे!
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