देवास जिला अब ग्राम-ग्राम में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता में आत्मनिर्भर होने की दिशा में बढ़ रहा है आगे-----------
देवास 29 फरवरी 2024/ देवास जिला अब ग्राम-ग्राम में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता में आत्मनिर्भर होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा गॉवों में जल जीवन मिशन के सफल क्रियान्वयन से ग्रामीण परिवारों की जिंदगी में बदलाव नजर आने लगा है। जिले में स्वच्छ एवं सुलभ पेयजल आपूर्ति से घर बैठे उपलब्ध होने से कई सारी समस्याओं का समाधान हो रहा है। इसी कड़ी में देवास जिले में विकासखण्ड टोंकखुर्द का ग्राम जानोलीखुर्द अब आत्मनिर्भरता की श्रृंखला में शामिल हो चुका है।
जिले के ब्लॉक टोंकखुर्द के ग्राम जानोलीखुर्द में हर घर नल से जल मिल रहा है। ग्राम में 114 परिवार में जिसमें 567 जनसंख्या निवास करती है। ग्राम में 34 लाख 85 हजार रूपये की लागत से एक सम्पवेल बनाया है, जिसकी क्षमता 20 हजार लीटर है। पूरे ग्राम में 02 किलोमीटर की पाईपलाईन का कार्य 6 माह में पूर्ण किया गया।
ग्राम की श्रीमती रंजना राजपूत ने बताया कि ग्राम में नल जल योजना शुरू होने के पहले ग्राम में पीने के पानी कुआँ और ट्यूबवेल से लाना पडता था, पर जब से नलजल योजना हमारे ग्राम में आई, तब से हमे बहुत आराम हो गया है। अब हमारे बच्चों को स्वच्छ जल मिलता हैं जिससे सभी स्वस्थ्य रहते है। नल जल योजना से गांव में घर-घर तक नल से जल पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का हृदय से धन्यवाद।
ग्राम की श्रीमती सुनीता पटेल ने बताया कि पहले हमारे गाँव में पानी की बहुत समस्या थी। हमें हेडपंप एवं कुओं से काफी दूरी से पानी लाना पडता था, जो कई बार तो पीने योग्य भी नही होता था। इससे कई बार हमारे बच्चे बीमार पड जाते थे एवं स्कूल भी समय पर नही जा पाते थे, परंतु जब से नलजल योजना हमारे गाँव में आई है तब प्रत्येक घर में नल के माध्यम से पर्याप्त शुद्ध एवं नियमित पानी मिल रहा है। अब हम महिलाओं की सबसे बडी समस्या दूर हो गई। अब नलो के जरिए हर घर में पानी आ रहा है। अब हम बहुत खुश है।
श्री राम पटेल ने बताया कि हमारे ग्राम जानोलीखुर्द में नल योजना जनवरी 2024 से प्रारंभ हुई, जो अभी लगातार सुचारू रूप से संचालित है। ग्राम में सभी को साफ एवं पीने योग्य पानी मिल रहा है। जल जीवन मिशन आने का सबसे ज्यादा फायदा गाँव की महिलाओ को मिल रहा है। ग्राम में नल योजना आने के पूर्व पानी की बहुत समस्या थी। ग्रामवासी हेडपंप एवं शासकीय कुआँ पर निर्भर थे। उसमें भी ग्रीष्म ऋतु में तो लोगो को पानी की विकाल समस्या का सामना करना पडता था, परंतु जब से नल जल योजना हमारे ग्राम में आई तब से सभी को सुविधा हो गई है। नलजल योजना के संचालन नियमित क्रियान्वयन के लिये समिति का गठन किया गया है। पेयजल उप समिति में 15 सदस्य है, जिसमें 8 महिलाएं है, जो पानी सप्लाय सिस्टम के साथ ही अन्य जिम्मेदारियाँ संभालती है। विभाग द्वारा जल परीक्षण किट भी प्रदान की गई हैं।जिसके माध्यम से समय-समय पर जल परीक्षण का कार्य भी किया जा रहा है।
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