14 फरवरी को भी आयोजन करके बस द्वारा साधकगण इंदौर में मुख्यमंत्री की उपस्थिति की में होने जा रहे ,पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे
देवास। देवास में श्री योग वेदांत सेवा समिति के मार्गदर्शन में युवा सेवा संघ के तत्वावधान में महिला उत्थान मंडल के सहयोग से विशाल पैमाने पर विद्यालयों में मातृ पितृ पूजन का आयोजन किया ,जिसमें छोटे से लगाकर बड़े बुजुर्ग बच्चों ने अपने माता-पिता का भाव पूर्वक पूजन किया। 10 फरवरी को श्री योगिता बाल मंदिर,हाई स्कूल बावडिघ्या में स्कूल संचालक रवि श्रीवास्तव के सहयोग से मातृ पितृ पूजन का आयोजन किया गया। समिति सचिव बी डी जामनेरा के संचालन में पूजन किया गया। इसी तरह 12 फरवरी को सरस्वती ज्ञान मंदिर नागदा में प्राचार्य श्यामबाबू बघेल की गौरवमयी उपस्थिति में कार्यक्रम आयोजित किया गया। बहन रेखा यादव एवं पूजा अग्रवाल के संचालन में , बी डी जामनेरा के मार्गदर्शन में बहुत ही अनुशासन में एवं भाव के साथ विद्यार्थियों ने अपने माता-पिता का एवं गुरुजनों का पूजन किया। सर्वप्रथम अभिभावकों को एक पंक्ति में सम्मानजनक रूप से बिठाया गया उनके सामने उनके बच्चों द्वारा माता-पिता को तिलक लगाकर कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। बच्चों ने माता-पिता को पुष्पमाला पहना कर आरती की एवं मिठाई खिलाई। माता-पिता ने भी बच्चों को मुंह मीठा कर ,गले से लगाया। बच्चों ने अपने माता एवं पिताजी की परिक्रमा लगाकर प्रणाम किया। संचालक श्री जामनेरा ने कार्तिक स्वामी एवं गणेश जी की, कौन बड़ा है ,वाला प्रसंग सुना कर माता-पिता की परिक्रमा का महत्व बतलाया ।बच्चों ने माता-पिता से लिपटकर अपना प्रेम दर्शाया ,तो माता-पिता ने भी उनको बाहों में भरकर गले से लगाया।दोनों ओर से भाव विहल होकर, अश्रु धारा बह निकली।यह दृश्य देखकर स्कूल स्टाफ एवं समिति के सदस्य भी गदगद हो गए ।परम पूज्य संत आसाराम बापू ने 14 फरवरी का मातृ पितृ पूजन की परंपरा भी ,इसी उद्देश्य से, सन 2006 में प्रारंभ की थी, कि बच्चे अपने माता-पिता का सम्मान करना सीखें। नहीं तो इस दिन तथाकथित पाश्चात्य लोगों द्वारा स्थापित वैलेंटाइन डे के बहकावे में आकर कुछ तरुण दिशा हीन हो जाते हैं। इस तरह पाश्चात्य जीवन शैली अपना कर न सिर्फ ,वे अपने जीवन को बर्बाद करते हैं,बल्कि माता-पिता को भी दुखी कर देते हैं। विद्यालय संचालक रवि श्रीवास्तव ने कार्यक्रम पश्चात अपने आभार प्रदर्शन में समिति को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हुए कहा कि पूजनीय संत आसाराम बापू द्वारा जो यह मातापिता के सम्मान की परंपरा प्रारंभ की है ,उससे अपनी भारतीय जीवन शैली उन्नत हो रही है एवं बच्चे अपने माता-पिता के साथ गरिमामय जीवन बिता रहे हैं। उक्त जानकारी देते हुए ,युवा सेवा संघ के अध्यक्ष मधुसूदन अग्रवाल ने बताया कि 14 फरवरी को देवास में केला देवी मंदिर में अपने पूर्व निर्धारित ,मातृ पितृ पूजन कार्यक्रम को संक्षिप्त करके, एक बस एवं कुछ कारों के साथ लगभग 100 से ऊपर की संख्या में बापू जी के भक्त इंदौर दशहरा मैदान के लिए प्रस्थान कर रहे हैं । वहां पर मुख्यमंत्री मोहन यादव की गौरवमयी उपस्थिति में संपूर्ण मध्य प्रदेश के साधकजनों द्वारा बापूजी के कृपा पात्र शिष्य श्री रामाभाई जी के सानिध्य में विद्वान ब्राह्मणों के मार्गदर्शन में मातृ पितृ पूजन का कार्यक्रम किया जाएगा, जिसका प्रसारण भी विभिन्न चेनलो द्वारा किया जाएगा।
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