प्रजातंत्र और संविधान बचाने के लिए संकल्प ले
देवास। भारत रत्न महामानव भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर साहब की जयंती पर उज्जैन चौराहा स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि देश में लोकतंत्र और संविधान दोनों कमजोर किए जा रहे हैं। संविधान की शपथ लेकर ही संविधान को खत्म करने जा रहे हैं। इसलिए हमें आज के दिन संकल्प लेना होगा कि ऐसी शक्ति या ऐसे पार्टियों का एकजुट होकर मुकाबला करें और संविधान बचाने वाली राजनीतिक पार्टी या सामाजिक पार्टी एकजुट होकर बाबा साहब के संविधान को बचाए। बाबा साहब ने कभी किसी में भेदभाव नहीं किया सभी को समान अधिकार क्षमता का अधिकार मौलिक अधिकार की व्यवस्था की गई है परंतु आज के नेता लोग उन्हें वर्ग विशेष में बांट रहे हैं जो की उचित नहीं है। उन्होंने सभी के लिए कमजोर लोगों के लिए महिलाओं के लिए संपत्ति का अधिकार स्वतंत्रता का अधिकार सभी को बोलने का अधिकार की व्यवस्था की गई है उसे संविधान की इन धाराओं को धीरे-धीरे कमजोर किया जा रहा है। संवैधानिक एजेंसियों को कमजोर किया जा रहा है जिससे तानाशाही की बू आ रही है। बाबा साहब ने कहा था कि मुझे जिंदा देखना हो तो संविधान को जीवित रखना होगा। संविधान कितने भी अच्छा क्यों ना हो उसे लागू करने वाले की मंशा गलत है तो वह कभी अच्छा साबित नहीं होगा। इस प्रकार बाबा साहब की स्मृतियों को मिटाया जा रहा है उनकी प्रतिमाओं को खंडित किया जा रहा है। जबकि अन्य महापुरुषों की प्रतिमाओं का कुछ नहीं किया जाता है। इस प्रकार की विघ्न संतोषी शक्तियां , कुठित मानसिक वाली शक्तियां पुनः हावी हो रही है। इस अवसर पर परिषद के अध्यक्ष आत्माराम परिहार, कार्यकारी अध्यक्ष जयप्रकाश मालवीय, उपाध्यक्ष संजय रेकवाल, विधि सलाहकार राजेश चौहान, इंदर सिंह रालोती, बाली, भागीरथ सिंह सोलंकी, सत्यवान पाटिल, जगदीश मालवी, राजेश गोंदिया आदि ने पुष्पांजलि अर्पित कर मिठाई वितरित की।
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