देवास -उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत प्रदेश में साक्षरता की दर बढ़ाने के लिए 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वयस्क जो औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाए हैं एवं औपचारिक शिक्षा की उम्र पर कर चुके हैं उनके निरक्षरता उन्मूलन के लिए उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जनपद शिक्षा केंद्र देवास में किया गया।
देवास बीआरसी किशोर वर्मा के अनुसार उक्त कार्यशाला में समस्त बीईओ, बीआरसी, अकादमिक बीएसी, साक्षरता विकासखण्ड समन्वयक,डीआरजी उपस्थित रहें।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी हरि सिंह भारती ने कहा कि उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम समाज के उत्थान के लिए कार्य कर रहा है इसलिए इस योजना में कार्य करने वाले समस्त अधिकारियों को इसमें प्रेरक का कार्य करना चाहिए जिससे आने वाले समय में भारत देश को पूर्ण रूप से साक्षर बनाया जा सके। कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला प्रोढ़ शिक्षा अधिकारी डॉ राजेंद्र सक्सेना ने बताया कि नेशनल इंडिया लिटरेसी प्रोगाम एप के अंतर्गत समस्त असाक्षरों का पंजीयन कार्य समय सीमा में किया जावे। जिससे पंजीकृत असाक्षरों को साक्षर बनाने की दिशा में बेहतर कार्य किया जा सकें। कार्यशाला में प्रशिक्षक के रूप में शैलेष पाटीदार,गिरधर त्रिवेदी,सुनिल पटेल,
ने कार्यशाला में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम संबंधी जानकारी प्रदान की। जिसके अनुसार जिले के 59 संकुल केन्द्रों पर 1255 सामाजिक चेतना केन्द्र पर 1255 अक्षर साथियों द्वारा असाक्षरों हेतु कक्षाएं संचालित की जा रही है । इसके साथ ही 275 पुस्तकालय संचालित किए जा रहे हैं। जिले में वर्तमान में लगभग दो लाख सात हजार असाक्षरों का सर्वे किया गया है।आज की कार्यशाला में इन असाक्षरों का NILP APP के माध्यम से पंजीयन करने की प्रक्रिया की जानकारी दी गई। इसके साथ ही उल्लास नवभारत साक्षरता अंतर्गत चलाएं जा रहें कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान की गई।
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