देवास। प्रेस्टीज संस्थान द्वारा 8 फरवरी 2025 को देवास एजुकेशन लीडरशिप समिट का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम शिक्षा क्षेत्र के प्रमुख शिक्षाविदों के लिए एक बौद्धिक और उच्चस्तरीय मंच साबित हुआ। देवास के विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य और निदेशकों ने इस आयोजन में भाग लिया और नई शिक्षा नीति (एनईपी) पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम का आरंभ संस्थान की छात्राओ द्वारा दी गई मनमोहक नृत्य प्रस्तुति के साथ हुआ, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया । कार्यक्रम के क्रम को आगे बढ़ाते हुए संस्थान के निदेशक प्रो. डॉ. आर.के. जैन ने अपने स्वागत भाषण में कार्यक्रम में पधारे हुए सभी अतिथियों का अभिनंदन किया और सभी को एकजुट होकर छात्रों का सही मार्गदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया ,ताकि हम सब मिलकर उनके उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सकें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी एक गीली मिट्टी की तरह हैं, जिसे हम शिक्षक अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से उन्हें सही आकार दे सकते हैं। इस समिट में डॉ. संजय घारगे , नोडल ऑफिसर, पी. एम. एक्सीलेंस कॉलेज ने नई शिक्षा नीति की मुख्य विशेषताओं और इसके लागू करने के फायदों से लोगों को अवगत कराया। डायरेक्टर, एडमिशन प्रेस्टीज ग्रुप डॉ. राजीव रघुवंशी ने नई शिक्षा नीति के माध्यम से विद्यार्थियों के शैक्षणिक विकास को कैसे मजबूत किया जा सकता है, इस पर अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रेस्टीज विश्वविद्यालय के चांसलर तथा प्रेस्टीज ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. डेविश जैन ने सभी गणमान्य अतिथियों को संबोधित करते हुए संस्थान द्वारा की गई। इस पहल के उद्देश्य से सभी को अवगत कराया और कहा कि शिक्षा केवल आजीविका का साधन नहीं होनी चाहिए, बल्कि उससे छात्रों के चरित्र का निर्माण भी होना चाहिए। प्रेस्टीज संस्थान के आधार स्तंभ परमपूज्य पद्मश्री डॉ. नेमनाथ जैन को अपना प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन से ही हम शिक्षा क्षेत्र में निरंतर कदम बढ़ा रहे हैं। इस अवसर पर प्रेस्टीज ग्रुप के सभी कॉलेज के निदेशक, प्रमुख पदाधिकारी, मंगला इंडस्ट्री और खनूजा इंडस्ट्रीज के प्रमुख, देवास जिले के सभी प्रमुख शैक्षिक अधिकारी और प्राचार्य उपस्थित रहें। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी हरिसिंह भारती ने अपने प्रेरणादायक भाषण में शिक्षा के भविष्य को आकार देने में सामूहिक प्रयासों की महत्ता पर जोर दिया। उन्होने नई शिक्षा नीति (एनईपी) के कार्यान्वयन और प्रभाव पर गहन चर्चा की। इस महत्वपूर्ण अवसर पर पद्मश्री डॉ नेमनाथ जैन द्वारा नवनिर्मित सभागार का लोकार्पण भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में फेलिसिटेशन सेरेमनी आयोजित की गई, जिसमें प्रेस्टीज संस्थान ने देवास के सभी स्कूलों के प्राचार्यों और निदेशकों को शिक्षा क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया। प्रो. डॉ. आशिमा जोशी, संस्थान उपनिदेशक ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने डॉ. डेविश जैन को सतत मार्गदर्शन देने के लिए विशेष धन्यवाद प्रेषित किया। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. योगेन्द्र सिंह रजावत द्वारा किया गया। यह समिट शिक्षाविदों के सहयोग को प्रोत्साहित करने और देवास में एक उन्नत शैक्षिक ढाँचे की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। प्रेस्टीज संस्थान सभी शिक्षा विदों को एक उच्चस्तरीय मंच प्रदान करने के अपने उद्देश्य में पूर्ण रूप से सफल रहा। कार्यक्रम की जानकारी संचालिका डॉ. ज्योत्सना सोनी द्वारा दी गई।
0 Comments