मप्र वन विभाग की पहल : विलुप्त पौधों को पुनर्जीवित कर रोपण, अधिकारियों को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने सम्मानित किया
देवास। पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता को बढ़ावा देने की दिशा में मध्य प्रदेश वन विभाग ने एक सराहनीय पहल की है। विभाग द्वारा विलुप्त हो चुके व संकटग्रस्त पौधों को पुनः जीवित कर उनका रोपण किया जा रहा है। यह कार्य संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (यूएन एसडीजीएस) के तहत पर्यावरण रक्षा में महत्वपूर्ण योगदान के रूप में सराहा जा रहा है। इसी क्रम में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. राजेशलाल मेहरा, डॉ. आशा माथुर (IPS) तथा संगठन के सीईओ श्री संतोष शुक्ला की उपस्थिति में कई वरिष्ठ वन अधिकारियों और पर्यावरणविदों को सम्मानित किया। सम्मानित अधिकारियों में डॉ. पी. सी. दुबे (आईएफएस सेवा निवृत्त ), पी. एन. मिश्रा (आईएफएस, सीसीएएफ), प्रदीप मिश्रा (आईएफएस), अनुराग तिवारी (आईएफएस), राजेश कुमार राय (आईएफएस), अनुपम शर्मा (आईएफएस), मयंक चांदीवाल (आईएफएस), विजयंतनाथम टीआर (आईएफएस), वैद्य ब्रह्मदेव त्रिपाठी के साथ-साथ रेंजर्स, डिप्टी रेंजर्स और विभिन्न जिलों के कई वन अधिकारी व पर्यावरणविद शामिल रहे। इस अवसर पर लंदन की संस्था वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड के द्वारा ग्रीन आर्मी देवास के संयोजक समरजीत जाधव को शंकरगढ़ पहाड़ी के अवैध उत्खनन की रोकथाम , समाज के सभी वर्गों एवं पर्यावरण समूहों को एक सूत्र में जोड़कर हरी भरी पहाड़ी और पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने के अहम योगदान के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम का सफल संयोजन होलकर विज्ञान महाविद्यालय के एचओडी प्रोफेसर डॉ. संजय व्यास द्वारा किया गया।

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