देवास। नई दिल्ली में 13 से 19 जनवरी तक आयोजित प्रथम खो खो विश्व कप में प्रदेश के सचिन एकमात्र खिलाड़ी थे। सचिन का चयन वर्ल्ड कप में भारतीय टीम में हुआ था और सचिन ने इस प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर विजेता का स्थान प्राप्त किया। फाइनल मुकाबले में नेपाल को हराकर विश्व कप भारत में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। भारतीय खो खो टीम की इस उपलब्धि पर जश्न मना रहा है । सचिन के कोच प्रवीण सांगते बताया कि सचिन बचपन से ही खो खो से जुड़ा है 2009 से सचिन खो खो का निरंतर अभ्यास करते हैं और अभी तक 35 राष्ट्रीय प्रतियोगिता में राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। सचिन देवास जिले के साधारण से गांव काटुकिया के निवासी हैं जहा उनके माता पिता आज भी खेती करके अपना जीवन यापन करते है । सचिन वर्तमान समय में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से एमपीएड की पढ़ाई कर रहे हैं। सचिन अपने खेल के प्रदर्शन को निखार ने के लिए रोज सुबह शाम 4 घंटे खो खो खेल का अभ्यास करते हैं। इससे पहले भी सचिन 4जी एशियन खो खो चैंपियनशिप में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीत चुके है और विश्व कप में सेमी फाइनल मुकाबले में भी सचिन के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बेस्ट डिफेंडर का अवार्ड दिया गया था। सचिन की इस जीत से पूरे देवास जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है। इस मौके पर सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी,विधायक गायत्री राजे पवार,भाजपा जिला अध्यक्ष राय सिंह सेंधव,पूर्व प्राधिकरण अध्यक्ष राजेश यादव ,मध्य प्रदेश डॉजबॉल संघ के अध्यक्ष जय सिंह ठाकुर खेल गुरु राधेश्याम सोलंकी विश्वामित्र अवॉर्डी सुदेश सांगते, श्रीकांत उपाध्याय, प्राचार्य स. वि. म. महेंद्र सिंह सिसोदिया जिला खो खो संघ सचिव प्रवीण सांगते, हेमेंद्र निगम, जिला खेल अधिकारी अभिमन्यु यादव, समिक देसाई, कपिल व्यास आदि ने सचिन को बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की।
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