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अंतर्मन में कान्हा पुस्तक का विमोचन सम्पन्न,,,काव्य संग्रह का शीर्षक ही अपने आप में कविताओं का झरना है.......राजकुमार चंदन

अंतर्मन में कान्हा पुस्तक का विमोचन सम्पन्न

काव्य संग्रह का शीर्षक ही अपने आप में कविताओं का झरना है.......राजकुमार चंदन

देवास: श्रीमती प्रीति चौधरी के प्रथम काव्य संग्रह अंतर्मन में कान्हा का विमोचन श्री औदुम्बर ब्राह्मण महासभा भवन देवास मे किया गया।   औदुम्बर वाणी के प्रबंधक ओम प्रकाश चौधरी ने  बताया कि  विमोचन समारोह  के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार श्री राजकुमार चंदन, विशेष अतिथि  साहित्यकार एवं वरिष्ठ समाजसेवी सतीश जोशी, डॉक्टर श्याम सुंदर चौधरी, आशुतोष शर्मा, प्रकाश दुबे  एवं कवियत्री रश्मि स्थापक दुबे थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता औदुम्बर ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप जोशी ने की।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया  ,सरस्वती वंदना कृति चौधरी ने की। अतिथियों का स्वागत औदुम्बर वाणी के पदाधिकारी  भावेश कानूनगो, दिलीप उपाध्याय, श्री राम पुराणिक, जगदीश कानूनगो , श्रीमती ज्योति जोशी, श्रीमती दीप्ति कानूनगो आदि ने किया। शब्दों से स्वागत  राजेंद्र जोशी ने दिया। 
इसके पश्चात उपस्थित अतिथियों एवं उपस्तिथत समाजजनो द्वारा प्रीति चौधरी 'प्रीत' के प्रथम काव्य संग्रह अंतर्मन में कान्हा का विमोचन किया गया। इस अवसर पर  औदुम्बर वाणी द्वारा प्रीति चौधरी का शाल एवं अभिनंदन पत्र से सम्मान किया गया सम्मान पत्र का  वाचन डॉ प्रदीप दुबे ने किया।
साहित्यकार श्री राजकुमार चंदन ने अपने उदबोधन मे कहा कि काव्य संग्रह का शीर्षक ही अपने आप में कविताओं का बहता हुआ झरना है। उन्होंने कहा कि जिसके मन में कान्हा का निवास हो वही अंतर्मन में कान्हा को रच सकता है। प्रस्तुत काव्य संग्रह में भक्ति,श्रद्धा माता-पिता ,परिवार आदि को कलमकार ने सम्मिलित किया है।  विशेष अतिथि सतीश जोशी ने कहा कि प्रीति की कविताएं अपने आसपास के परिवेश से जुड़ी हुई है। इसमें सभी रसो का समावेश है। प्रदीप जोशी ने आपने उद्बोधन मे कहा की साहित्य हमेशा अजर अमर रहता है प्रीति ने अपने मन से लिखा है जो पठनीय है। उन्होंने कहा कि साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश संस्कृत परिषद ने प्रीति के  इस काव्य संग्रह का चयन करके  नवोदित कवियों एवं लेखको  को प्रोत्साहित किया है। पुस्तक समीक्षा करते हुए श्री भावेश कानूनगो ने कहा कि प्रीति की कविताएं छंद मुक्त होकर स्वच्छंद है उनकी कविताओं में अनेक बिंब प्रकट होते हैं जैसे प्रेम, स्नेह, भक्ति, वात्सल्य, अनुराग, एकाकीपन, पारिवारिक वातावरण आदि। लेखिका रश्मि दुबे, डॉक्टर श्याम सुंदर चौधरी, आशुतोष शर्मा, प्रकाश दुबे, महेंद्र उपाध्याय, मुकेश इंदौरी, वरिष्ठ नागरिक मंच देवास के अध्यक्ष ओम प्रकाश पाराशर, गंगा सिंह सोलंकी,आशा पंडित, मीना दुबे आदि में भी विचार व्यक्त किए।
उल्लेखनीय है की श्रीमती प्रीति चौधरी प्रीत के प्रथम काव्य संग्रह अंतर्मन में कान्हा को साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग भोपाल द्वारा चयनित होकर अनुदान प्रदान किया है।
विमोचन समारोह में अनिल नायक, दीपक करपे, मोहन चंद्र चौधरी, राजश्री काले, कविता निगम, सुरेखा पौराणिक सहित शहर के अनेक साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।
 कार्यक्रम का संचालन किया अशोक चौधरी ने तथा आभार  ओमप्रकाश चौधरी ने माना।

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