आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं मिनी कार्यकर्ता संघ ने केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री को सोपा ज्ञापन
देवास। अमलतास हॉस्पिटल में किलकारी योजना के अंतर्गत कुपोषित बच्चों के शिविर में पधारी महिला बाल विकास मंत्री सावित्री ठाकुर--ऑगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका मिनी ऑगनवाडी कार्यकर्ता की न्याय पूर्ण मांगो के संबंध में केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री सावित्री ठाकुर एवं देवास विधायक गायत्री राजे पवार को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका एवं मिनी कार्यकर्ता संघ की प्रदेश महामंत्री रंजना राणा के नेतृत्व में ज्ञापन दिया गया। जिसमें बताया गया कि केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा संचालित ऑगनवाडी केन्द्र शासन के जन हितेषी योजनाओं के क्रियान्वन अपनी अहम भूमिका निभा रही है, जिससे बच्चों महिलाओं एवं समाज में क्रान्तिकारी परिवर्तन हुआ है। महोदय आज ऑगनवाडी की महिला कर्मचारी जो कि समाज के कमजोर निर्धन एस.सी.एस.टी. अल्प संख्यक विधवा परित्यक्ता वर्ग से आती है लेकिन वे केन्द्र एवं राज्य शासन के समस्त कार्य जो उन्हे सौपे गए है कुशलतापूर्वक सम्पन्न करती है अन्य विभाग के कर्मचारी के समस्त कार्य जो कर्मचारी नहीं कर सकते यह चुनौती पूर्ण कार्य भी उन्हे सौपे जाते है उसे भी वह सम्पन्न करती है जैसे चुनाव कार्य, जनगणना, आधार कार्ड, परिवार नियोजन आदि आई.सी.डी.एस को 45 वर्ष पूर्ण होने के बावजूद लेकिन बडे दुख की बात है कि समर्पित भाव से कार्य करने वाली ऑगनवाडी कार्यकर्ता सहायिका सबसे अधिक भेदभाव से पीडित है योजना को 45 वर्ष पूर्ण होने के बावजूद इन्हे जीवन की मूल आवश्यकता से वंचित रखा गया है।
ज्ञापन में मांग की गई कि ऑगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका को जब तक सरकारी कर्मचारी घोषित नहीं किया जाता तब तक उन्हें तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी का दर्जा दिया जायें। संपर्क ऐप में ग्रामीण कार्यकर्ताओं को नेटवर्क समस्याओं को सामना करना पड रहा जिसके चलते वह अपना कार्य समय से संपादित नहीं कर पा रही है। और शासन द्वारा जो मोबाईल हमें दिये गये उसमें कार्य करने पर दिक्कत आ रही है। शासन द्वारा दो ऐप में कार्य करवाया जा रहा है, हम एक ऐप पर काम कर सकते है। नवीन हितग्राहियों के फेस केप्चर करने में कार्यकर्ताओं को समस्या आ रही है हितग्राही समय पर ओ.टी.पी. देने से डरते है। प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना में फेस केप्चर को हटाया जाए, ताकि अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभ दियाा जा सके। ढाई साल से पाँच वर्ष तक के बच्चों को सभी निजी और प्राइवेट स्कूल में दाखिले पर रोक लगाई जायें ताकि पांच वर्ष तक के बच्चे ऑगनवाडी केन्द्र पर आ सकें। आंगनवाडी कार्यकर्ता सहायिका एवं मिनी कार्यकर्ता को एक-एक माह का ग्रीष्म कालीन अवकाश दिया जायें। ऑंगनवाडी कार्यकर्ता सहायिका को निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव में ड्युटी एवं अन्य विभाग में लगाई जाती है एवं किसी भी प्रकार की सुरक्षा निधि एवं सहयोग राशि नहीं दी जाती है इन्हे भी समस्त कर्मचारियों की तरह सहयोग राशि दी जायें। आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं मिनी ऑगनवाडी कार्यकर्ताओं को सुपरवाईजर के पद पर पदोन्नत किया जायें। अनुभवी सहायिका जिनको कार्य करते हुए पांच वर्ष हो गए है उन्हें रिक्त पदों पर कार्यकर्ता का दर्जा देते हुए उम्र का बंधन समाप्त किया जाए। आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका एवं मिनी कार्यकर्ता सहायिका का विभाग की ओर से दुघर्टना बीमा, स्वास्थ्य बीमा किया जाये एवं आकस्मिक दुर्घटना होने पर उन्हे बीमा का लाभ दिया जायें। समय पर मानदेय और भवन किराया 1 से 5 तारीख तक देना सुनिश्चित किया जाए। भवन किराया समय पर नही मिलता है। मोबाईल डाटा फ्लेक्सी फंड ओर मंगल दिवस की राशि समय पर भुगतान की जावे। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा की राशि शासन द्वारा जमा की जावे। जो कि इस वर्ष कार्यकर्ता और सहायिका के खाते से काटी गई है वह राशि शासन द्वारा जमा की जाए। आंगनबाड़ी कार्मिकों को सेवा निवृति पर 10 लाख रूपये आर्थिक सहायता एवं पेंशन सुविधा हो - आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के मानदेय सेवानिवृति पर कोई सामाजिक सुरक्षा कवच नहीं है। अतः सेवानिवृति पर जीवन के अन्तिम पड़ाव वृद्धावस्था में दस लाख रूपये नकद भुगतान एवं मासिक नियमित पेंशन लाभ मिले, नीति बनायी जाये। यह सुविधा कार्मिकों के लिए वृद्धावस्था में एक लाठी का सहारा होगी। इस अवसर पर रंजना राणा प्रदेश महामंत्री, जिला कोषाध्यक्ष अनीता सोलंकी, कौशल्या तोमर, ज्योति तंवर, आरती दुबे, लक्ष्मी पगारे, मंजू लता चावला, सपना रघुवंशी, पुष्पा सोनेल, वनिता वास्कर आदि उपस्थित रहीं।
देवास। अमलतास हॉस्पिटल में किलकारी योजना के अंतर्गत कुपोषित बच्चों के शिविर में पधारी महिला बाल विकास मंत्री सावित्री ठाकुर--ऑगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका मिनी ऑगनवाडी कार्यकर्ता की न्याय पूर्ण मांगो के संबंध में केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री सावित्री ठाकुर एवं देवास विधायक गायत्री राजे पवार को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका एवं मिनी कार्यकर्ता संघ की प्रदेश महामंत्री रंजना राणा के नेतृत्व में ज्ञापन दिया गया। जिसमें बताया गया कि केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा संचालित ऑगनवाडी केन्द्र शासन के जन हितेषी योजनाओं के क्रियान्वन अपनी अहम भूमिका निभा रही है, जिससे बच्चों महिलाओं एवं समाज में क्रान्तिकारी परिवर्तन हुआ है। महोदय आज ऑगनवाडी की महिला कर्मचारी जो कि समाज के कमजोर निर्धन एस.सी.एस.टी. अल्प संख्यक विधवा परित्यक्ता वर्ग से आती है लेकिन वे केन्द्र एवं राज्य शासन के समस्त कार्य जो उन्हे सौपे गए है कुशलतापूर्वक सम्पन्न करती है अन्य विभाग के कर्मचारी के समस्त कार्य जो कर्मचारी नहीं कर सकते यह चुनौती पूर्ण कार्य भी उन्हे सौपे जाते है उसे भी वह सम्पन्न करती है जैसे चुनाव कार्य, जनगणना, आधार कार्ड, परिवार नियोजन आदि आई.सी.डी.एस को 45 वर्ष पूर्ण होने के बावजूद लेकिन बडे दुख की बात है कि समर्पित भाव से कार्य करने वाली ऑगनवाडी कार्यकर्ता सहायिका सबसे अधिक भेदभाव से पीडित है योजना को 45 वर्ष पूर्ण होने के बावजूद इन्हे जीवन की मूल आवश्यकता से वंचित रखा गया है।
ज्ञापन में मांग की गई कि ऑगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका को जब तक सरकारी कर्मचारी घोषित नहीं किया जाता तब तक उन्हें तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी का दर्जा दिया जायें। संपर्क ऐप में ग्रामीण कार्यकर्ताओं को नेटवर्क समस्याओं को सामना करना पड रहा जिसके चलते वह अपना कार्य समय से संपादित नहीं कर पा रही है। और शासन द्वारा जो मोबाईल हमें दिये गये उसमें कार्य करने पर दिक्कत आ रही है। शासन द्वारा दो ऐप में कार्य करवाया जा रहा है, हम एक ऐप पर काम कर सकते है। नवीन हितग्राहियों के फेस केप्चर करने में कार्यकर्ताओं को समस्या आ रही है हितग्राही समय पर ओ.टी.पी. देने से डरते है। प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना में फेस केप्चर को हटाया जाए, ताकि अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभ दियाा जा सके। ढाई साल से पाँच वर्ष तक के बच्चों को सभी निजी और प्राइवेट स्कूल में दाखिले पर रोक लगाई जायें ताकि पांच वर्ष तक के बच्चे ऑगनवाडी केन्द्र पर आ सकें। आंगनवाडी कार्यकर्ता सहायिका एवं मिनी कार्यकर्ता को एक-एक माह का ग्रीष्म कालीन अवकाश दिया जायें। ऑंगनवाडी कार्यकर्ता सहायिका को निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव में ड्युटी एवं अन्य विभाग में लगाई जाती है एवं किसी भी प्रकार की सुरक्षा निधि एवं सहयोग राशि नहीं दी जाती है इन्हे भी समस्त कर्मचारियों की तरह सहयोग राशि दी जायें। आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं मिनी ऑगनवाडी कार्यकर्ताओं को सुपरवाईजर के पद पर पदोन्नत किया जायें। अनुभवी सहायिका जिनको कार्य करते हुए पांच वर्ष हो गए है उन्हें रिक्त पदों पर कार्यकर्ता का दर्जा देते हुए उम्र का बंधन समाप्त किया जाए। आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका एवं मिनी कार्यकर्ता सहायिका का विभाग की ओर से दुघर्टना बीमा, स्वास्थ्य बीमा किया जाये एवं आकस्मिक दुर्घटना होने पर उन्हे बीमा का लाभ दिया जायें। समय पर मानदेय और भवन किराया 1 से 5 तारीख तक देना सुनिश्चित किया जाए। भवन किराया समय पर नही मिलता है। मोबाईल डाटा फ्लेक्सी फंड ओर मंगल दिवस की राशि समय पर भुगतान की जावे। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा की राशि शासन द्वारा जमा की जावे। जो कि इस वर्ष कार्यकर्ता और सहायिका के खाते से काटी गई है वह राशि शासन द्वारा जमा की जाए। आंगनबाड़ी कार्मिकों को सेवा निवृति पर 10 लाख रूपये आर्थिक सहायता एवं पेंशन सुविधा हो - आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के मानदेय सेवानिवृति पर कोई सामाजिक सुरक्षा कवच नहीं है। अतः सेवानिवृति पर जीवन के अन्तिम पड़ाव वृद्धावस्था में दस लाख रूपये नकद भुगतान एवं मासिक नियमित पेंशन लाभ मिले, नीति बनायी जाये। यह सुविधा कार्मिकों के लिए वृद्धावस्था में एक लाठी का सहारा होगी। इस अवसर पर रंजना राणा प्रदेश महामंत्री, जिला कोषाध्यक्ष अनीता सोलंकी, कौशल्या तोमर, ज्योति तंवर, आरती दुबे, लक्ष्मी पगारे, मंजू लता चावला, सपना रघुवंशी, पुष्पा सोनेल, वनिता वास्कर आदि उपस्थित रहीं।
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