अपनी कार्य शैली सुधार लें अन्यथा सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी – कलेक्टर श्री ऋतुराज सिंह,,
टीकाकरण में खराब प्रदर्शन करने वाली एएनएम का दो-दो दिन का वेतन काटने के निर्देश,,,
सीएमएचओ बीएमओ की एसीआर फिर से रिव्यू करें और आयुष्मान अभियान में प्रगति के आधार पर उनकी एसीआर लिखी जाये,,,
टीबी मुक्त अभियान में बागली, बरोठा एवं सोनकच्छ में प्रगति नहीं होने पर टीबी लेब टैक्निशियन का वेतन रोकने के निर्देश,,
कलेक्टर श्री ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित हुई,
देवास, 12 जून 2025 [शकील कादरी] कलेक्टर श्री ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित हुई। कलेक्टर श्री सिंह ने शिशु स्वास्थ्य एवं मातृ स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत बच्चों एवं महिलाओं का टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली सेवाओं जन्म प्रमाण-पत्र, आयुष्मान योजना सहित अन्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम मिशन,परिवार विकास कार्यक्रम, मलेरिया, टीबी, कुष्ठ, एनआरसी, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम,आशा कार्यक्रम एसएनसीयूं, एनसीडी, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, सीएम हेल्प लाइन सहित अन्य कार्यक्रमों की समीक्षा की। बैठक में सीईओ जिला पंचायत सुश्री ज्याति शर्मा, सीएमएचओ डॉ सरोजनी जैम्स बैक सहित स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने सीआएस पोर्टल पर 2024 में पंजीकृत जन्म/मृत्यु रिपोर्ट की समीक्षा की। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि फर्जी जन्म/मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाने वालों पर कार्यवाही करें। जिले में पंजीकृत जन्म/मृत्यु प्रमाण-पत्र की तुलना में कम जन्म/मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी होने पर कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि सभी अस्पतालों से डाटा लेकर बैकलॉक के सभी प्रमाण-पत्र जारी करें। बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने मातृ मृत्यु दर की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि पूर्व समीक्षा बैठक में निर्देश दिये थे कि सीवियर प्रेगनेंशि केस के लिए वॉट्सएप ग्रुप बनाये एवं यदि कोई रैफरल केस है तो पहले जहां रैफरल करना है, वहां डॉक्टर से बात कर लें। जिसपर विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। कलेक्टर श्री सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्य में कोई दिलचस्पी नहीं लेने एवं कार्यशैली ठीक नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अपनी कार्य शैली सुधार लें अन्यथा सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी।
कलेक्टर श्री सिंह ने बीएमओ को निर्देश दिये कि एमरजैंसी केस में तत्काल जिला अस्पताल के लोकल ग्रुप में केस डाले यदि संबंधित डॉक्टर केस लेने के लिए हां बोलता है तो जिला अस्पताल रेफर करें अन्यथा तुरंत इन्दौर या भोपाल रेफर किया जाये। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि एम्बुलेंस का कार्य समय पर पहुंचकर पीडित को अस्पताल पहुंचाना है। परन्तु जिले में बहुत सी एंबूलेंश खराब रहती है। सीएमएचओं द्वारा एम्बुलेंस प्रभारी पर कोई कार्यवाही नहीं करने एवं मॉनिटरिंग नहीं करने पर कलेक्टर श्री सिंह ने सीएमएचओ को फटकार लगाते हुए निर्देश दिये कि प्रबंधक निलेश चौहान और जय अंबे ईमरजैंसी सर्विसेज भोपाल को नोटिस जारी करें और सभी एम्बेलेंश को शीघ्र ठीक कराये अन्यथा सख्त कार्यवाही की जायेगी।
कलेक्टर श्री सिंह ने अनमोल पोर्टल पर पंजीकृत एएनसी समीक्षा की। समीक्षा के दौरान पाया गया कि सोनकच्छ में सबसे कम एएनसी पंजीकृत हुई है। कम एएनसी पंजीकृत होने पर कलेक्टर श्री सिंह ने नाराजगी व्यक्त कर संबंधित बीएमओ को शतप्रतिशत एएनसी पंजीकृत करने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री सिंह ने सीएमएचओ को निर्देश दिये कि हर बीएमओ की मॉनिटरिंग करें और जो ठीक तरीके से कार्य नहीं कर रहे है उनपर कार्यवाही करें।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि बीएमओ प्रतिदिन एएनसी रजिस्ट्रेशन की मॉनिटरिंग करें। हर माह एक सप्ताह डोर-टू-डोर सर्वे होना चाहिए। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में ब्लड ट्रांसफ्यूजन की व्यवस्था सीएचसी स्तर होना चाहिए, जिससे ब्लड के लिए किसी को भटकना नहीं पडे। कलेक्टर श्री सिंह ने सीएमएचओ को निर्देश दिये कि जिले की पैथोलॉजी में सारी जांचे नहीं होने की शिकायतें मिलती रहती है। पैथोलॉजी पर सारी जांचे उपलब्ध कराये। कलेक्टर श्री सिंह ने टीबी मुक्त अभियान की समीक्षा कर बागली, बरोठा एवं सोनकच्छ में बहुत कम प्रगति पाई जाने पर वहां के टीबी लेब टैक्निशियन का वेतन रोकने के निर्देश दिये और कहा कि जब तक प्रगति 75 प्रतिशत नहीं हो जाये वेतन नहीं दिया जाये।
कलेक्टर श्री सिंह ने जिले में डिलेवरी स्टेट्स की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान बताया गया कि बागली और कन्नौद में सबसे ज्यादा होम डिलेवरी हुई। कलेक्टर श्री सिंह ने सभी बीएमओ को निर्देश दिये कि जितनी भी एएनसी रजिस्टर हुई है उन्हें ट्रेक कर जांच करें की अस्पतालों में डिलेवरी हुई है या नहीं। कलेक्टर श्री सिंह ने नर्सिंग स्टॉफ की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए बीएमओ को निर्देश दिय कि नर्सिंग स्टॉफ को समय-समय पर ट्रेनिंग दें, जिससे वह अपने कार्य को अच्छे से कर सकें।
कलेक्टर श्री सिंह ने सीएम हेल्पलाइन शिकायतों की समीक्षा कर निर्देश दिये कि सीएम हेल्पलाइन पर लम्बित सभी शिकायतों को शतप्रतिशत निराकरण करें अन्यथा सख्त कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर श्री सिंह ने टीकारणकरण कार्यक्रम की समीक्षा की, जिसमें पाया कि खातेगांव में टीकाकरण में ठीक तरीके से कार्य नहीं किया गया। जिसपर कलेक्टर श्री सिंह ने खातेगांव में टीकाकरण में खराब प्रदर्शन करने वाली अंतिम 05 एएनएम का दो-दो दिन का वेतन काटने एवं बाकी विकासखण्ड में खराब प्रदर्शन करने वाली अंतिम दो एएनएम का दो-दो दिन का वेतन काटने के निर्देश दिये।
एसएनसीयू स्टेटस की समीक्षा में पाया गया कि जिले की एसएनसीयू में मृत्यू दर प्रदेश से ज्यादा है, जिसपर कलेक्टर श्री सिंह ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चे एसएनसीयू में होने के बाद भी उन पर ध्यान क्यो नहीं दिया जा रहा है। इतनी सुविधा होने के बाद भी बच्चों की मृत्यू क्यों हो रही है। जिले की मृत्युदर ज्यादा क्यों है। एसएनसीयू में बच्चों की मृत्यु दर कंट्रोल क्यों नहीं कर पाये, इसका कारण बताये अन्यथा संबंधित पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी।
आयुष्मान अभियान में काई प्रगति नहीं होने पर कलेक्टर श्री सिंह सभी बीएमओ को निर्देश दिये कि अभियान में रूचि नहीं लेने वालों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर श्री सिंह ने सीएमओ को निर्देश दिये कि सभी बीएमओ की एसीआर फिर से रिव्यू करें और आयुष्मान अभियान में प्रगति के आधार पर उनकी एसीआर लिखी जाये। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि अभियान में एक हफ्ते में यदि कोई प्रगति नहीं होती है तो कार्यवाही की जायेगी।
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