देवास। देव शयनी ग्यारस यानी आषाढी एकादशी पर महाराष्ट्र समाज के द्वारा एक विशाल दिंडि (शोभा यात्रा) निकाली गई। पुष्प सज्जित पालकी में भगवान विठ्ठल-रुकमाई की जोड़ी के सैकडों दर्शकों ने दर्शन लाभ ग्रहण किये। समाज से दिंडि म.गाँ. मार्ग, तहसील चौराहा, मीरा बावड़ी, विठ्ठल मन्दिर होते हुए वापस समाज में आई। तहसील चौराहा पर दिलीप सिंह जाधव व शनी मन्दिर पर दिंडि का फूलों से स्वागत किया गया। दिंडि में सैकडों समाज जन शामिल हुए। जयगुरु दत्त मंडल द्वारा रास्ते भर भजन कीर्तन प्रस्तुत किये। समाज से निकलने के पूर्व अध्यक्ष दीपक कर्पे और न्यास प्रबंधक सदाशिव जोशी ने गणेशजी और भगवान विठ्ठल की पालकी की आरती, पूजा की। दोपहर को इसी अवसर पर संगीता सुपेकर का समाज मन्दिर में सुश्रव्य कीर्तन कार्यक्रम हुआ। दिंडि कार्यक्रम का संयोजन शेखर धोडपकर ने किया। गिरीश कुलकर्णी, दिव्या गोटी,उज्वला व्यास, वृषाली आपटे, भूषण अत्रे, राजू सुपेकर, पद्माकर फड़निस,संकेत सुपेकर, अतुल बागलीकर, मंदार मुळे, अविनाश जोशी आदि का अच्छा सहयोग रहा। दिंडि में अनिल बेलापुरकर (गुरुजी) और श्री रेणुका माता संस्थान इंदौर के संत प्रवीणनाथ महाराज की उपस्थिति विशिष्ट उल्लेखनीय रही। अंत में प्रसाद वितरण पश्चात कार्य क्रम समाप्त हुआ।
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