देवास जिले में 01 से 19 वर्ष के समस्त बच्चों को 23 सितम्बर को खिलाई जायेगी कृमिनाशन की गोली
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जिले में 06 लाख 07 हजार 947 बच्चों को खिलाई जायेगी कृमिनाशन की गोली
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कृमिमुक्ति दिवस कार्यक्रम अंतर्गत स्वास्थ्य कार्यकताओं, नोडल शिक्षकों, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को दिया प्रशिक्षण
देवास 22 सितम्बर 2025/ कलेक्टर श्री ऋतुराज सिंह के मार्गदर्शन में सम्पूर्ण जिले में 23 सितम्बर को 01 से 19 वर्ष के समस्त बच्चों को एल्बेंण्डाजोल की गोली खिलाई जायेगी। जिले में राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस पर लगभग 06 लाख 07 हजार 947 बच्चों को कृमि नाशन गोली खिलाई जायेगी। अभियान में शतप्रतिशत बच्चों को कृमि से मुक्त करने अभियान को सफल बनाने सभी ब्लॉक स्तर के स्वास्थ्य कार्यकताओं, नोडल शिक्षकों और ऑगनवाडी कार्यकर्ताओं को शासन के दिशा-निर्देशानुसार प्रशिक्षण देकर एल्बेंडाजॉल गोली प्रदान की गयी है। सभी स्कूलों को निर्देश दिये कि बच्चों को खाना खिलाने/नास्ता कराने के बाद एक सकारात्मक वातावरण में उत्साह के साथ कार्यक्रम आयोजित कर शिक्षकों तथा आंगनवाडी कार्यकर्ताओं की निगरानी में गोली खिलाई जाये। अभियान को सफल बनाने स्कूलों और ऑगनवाडी केन्द्रों की मॉनिटरिंग भी की जायेगी।
प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीषा मिश्रा ने बताया कि प्रदेश में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन वर्ष में एक बार किया जाता है जिसमें समस्त शासकीय/अशासकीय अनुदान प्राप्त शालाओं, आदिवासी आश्रम शालाओं, प्रायवेट/प्रायवेट अनुदान प्राप्त शालाओं, केन्द्र शासित शालाओं, मदरसों, स्थानीय निकाय की शालाओं, आंगनवाड़ी केन्द्रों तथा किशोर न्याय अधिनियम 2015 अंतर्गत संचालित चाइल्ड केयर इंस्टिट्युटमें में 1-19 वर्ष के बच्चों किशोर /किशोरियों को एल्बेंडाजॉल 400 एम.जी. गोली का सेवन कराया जाता है साथ ही 20 से 49 वर्ष प्रजनन आयु वर्ग कि महिलाये को भी लक्षित समूह में रखा गया है। प्रदेश में 23 सितम्बर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस तथा 26 सितम्बर को मॉप-अप दिवस का आयोजन किया जायेगा। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर जिला स्तर पर स्वास्थ्य संस्था संजीवनी क्लीनिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र संजय नगर में प्रातः 11.00 बजे जनप्रतिनिधियों के द्वारा बच्चो को कृमिनाशन की गोली खिलाकर अभियान का शुभारंभ किया जायेगा।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ सुनिल तिवारी ने बताया कि बच्चों में कृमि संक्रमण, व्यक्तिगत अस्वच्छता तथा संक्रमित दूषित मिट्टी के संपर्क से संभावित होता हैं। कृमि संक्रमण से बच्चों का जहाँ एक ओर शारीरिक एवं बौद्धिक विकास बाधित होता है वही दूसरी ओर उनमें खून की कमी व पोषण स्तर पर दुष्प्रभाव परिलक्षित होता हैं। 1 से 19 वर्षीय बच्चों का कृमिनाशन करना विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनुशंसित एक साक्ष्य आधारित सकारात्मक रणनीति है। शालाओं/आंगनवाड़ी केन्द्रों में शिक्षको तथा आंगनवाडी कार्यकर्ताओं की निगरानी में विभिन्न हितग्राही वर्ग को खाना खाने के बाद एल्बेंडाजॉल गोली का सेवन कराया जायेगा। इसमें 1 से 2 वर्ष के बच्चों को एल्बेंडाजॉल 400 मि.ग्रा. की आधी गोली दो चम्मचों के बीच चूरा करके पीने के साफ पानी में मिलाकर खिलाये तथा 2 से 3 वर्ष में एल्बेंडाजॉल 400 मि.ग्रा. की पूरी गोली दो चम्मचों के बीच चूरा कर पीने के साफ पानी में मिलाकर खिलाये एवं 3 से 19 वर्ष एल्बेंडाजॉल 400 मि.ग्रा. की पूरी गोली चबाकर खिलाई जायेगी।

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