पानी बचाने में देवास देश में नौवें स्थान पर
25 लाख रूपए की धन राशि मिलेगी जिले को,,
अमृत संचय अभियान में बढ़-चढ़ कर काम हुआ देवास में,,
देवास, 27 सितम्बर. देवास ने पानी बचाने की मुहिम में जनभागीदारी से बेहतर काम करते हुए देशभर में नौवाँ स्थान हासिल किया है. नई दिल्ली में जल शक्ति मंत्रालय ने इस आशय की घोषणा की. इसके लिए देवास जिला प्रशासन को 25 लाख रूपए की धन राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाएगी. जिले को अमृत संचय अभियान में बीते साल जनभागीदारी से विभिन्न जल संरचनाओं से उत्कृष्ट जल संरक्षण के लिए यह सम्मान दिया गया है.
उल्लेखनीय है कि बीते 15 महीनों में जिला प्रशासन की अगुवाई में अमृत संचय अभियान की टीम ने देवास में जनभागीदारी से वर्षा जल संचय करने के लिए बड़े पैमाने पर एक जन मुहिम शुरू की है. इसमें अब तक लगभग 300 करोड़ लीटर से ज़्यादा वर्षा जल को व्यर्थ बहने से बचाते हुए विभिन्न संरचनाओं के ज़रिये धरती की रगों में पहुँचाया जा चुका है. देशभर में पानी के लिए सतत काम करने वाले सुप्रसिद्ध भूजल वैज्ञानिक डॉ सुनील चतुर्वेदी के तकनीकी मार्गदर्शन में अमृत संचय अभियान टीम लगातार इस काम में जुटी हुई है.
अमृत संचय अभियान टीम के मनीष वैद्य ने बताया कि जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिवर्ष जनभागीदारी से सर्वोत्कृष्ट जल संचय तथा संवर्धन के लिए ज़मीनी स्तर पर बेहतर काम करने वाले जिलों की रैंकिंग की जाती है. जल शक्ति मंत्रालय इस सूची के आधार पर अच्छा काम करने वाले जिलों को दो करोड़ से लेकर 25 लाख रूपए तक की धन राशि पुरुस्कार के रूप में प्रदान करता है. देशभर के चारों ज़ोन में मई 2025 तक हुए कामों के आधार पर इस साल की सूची जारी हुई. इसके ज़ोन 4 में राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश शामिल हैं, जिसमें देवास को नौवाँ स्थान मिला है.
अमृत संचय अभियान टीम के डॉ सुनील चतुर्वेदी, डॉ समीरा नईम, श्रीकांत उपाध्याय, गंगा सिंह सोलंकी, मनीष वैद्य, तकनीकी विशेषज्ञ हिमांशु कुमावत, विपिन पंड्या, सफ़िया कुरैशी, कृपाली राणा, शर्मिला ठाकुर, सुनीता कौशल, श्रीराम कुमावत, प्रदीप खरे, कपिल जोशी आदि ने देवास को मिली इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया.
अक्टूबर में भी मिल सकती है बड़ी ख़बर-
देवास को अक्टूबर महीने में एक और अच्छी ख़बर का इंतज़ार है. जल शक्ति मंत्रालय प्रतिवर्ष जनभागीदारी से सर्वोत्कृष्ट जल संचय तथा संवर्धन के लिए ज़मीनी स्तर पर बेहतर काम करने वाली संस्थाओं को अवार्ड के लिए देशभर में कठिन चुनाव प्रक्रिया के बाद चुनता है. देवास इस प्रतियोगिता में चार वर्गों में पहले से ही शार्टलिस्ट हो चुका है. अगले महीने इसका नतीजा घोषित होने को है, देवास के इसमें अव्वल आने की प्रबल संभावना है.
दूसरे स्थान से फिसलकर पहुँचे नौवें स्थान पर
देवास में बीते साल 12 हजार से ज़्यादा जल संरचनाएँ जनभागीदारी से अमृत संचय अभियान के तहत निर्मित की गई थीं, लेकिन जल शक्ति मंत्रालय के पोर्टल पर इनमें से केवल 8333 जल संरचनाएँ ही अपलोड की जा सकी. यदि सभी संरचनाएँ समयावधि में पोर्टल पर अपलोड हो जाती तो देश में देवास दूसरे नंबर पर होता.

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