नगर निगम द्वारा शिक्षक दिवस पर शिक्षक, शिक्षिकाओं, शालाओं का सम्मान,,
32 सेवा निवृत्त शिक्षक, 54 उत्कृष्ट शिक्षक, 8 कॉलेज के शिक्षक,शिक्षिकायें, 13 शासकीय एवं अशासकीय उत्कृष्ट स्कुलों का सम्मान
देवास। नगर निगम द्वारा शुक्रवार 5 सितम्बर शिक्षक दिवस पर नगरीय निकाय सीमा क्षेत्रों मे उत्कृष्ट शिक्षण कार्य करने वाले शिक्षक, शिक्षिकाओं, उत्कृष्ट अध्यापन कार्यशाला एवं सेवा निवृत्त शिक्षक, शिक्षिकाओं का सम्मान स्थानिय मल्हार स्मृति मंदिर आडिटोरियम मे एक गरीमामय समारोह मे किया गया।
कार्यक्रम नगर निगम सभापति रवि जैन के मुख्य आतिथ्य मे तथा जिला पंचायत अध्यक्ष लीला भेरूलाल अटारिया की अध्यक्षता मे तथा निगम सत्तापक्ष नेता मनीष सेन, विधायक प्रतिनिधि भरत चौधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष बहादुर मुकाती, वरिष्ठ भाजपा नेता ओम जोशी, निगम लोक निर्माण समिती अध्यक्ष गणेश पटेल, पार्षदों एवं पार्षद प्रतिनिधियों के विशेष आतिथ्य मे सम्पन्न हुआ। जिसमे निगम द्वारा 32 सेवा निवृत्त शिक्षक, शिक्षिकाओं, 54 उत्कृष्ट शिक्षक, शिक्षिकायें, 8 कॉलेज के शिक्षक, शिक्षिकायें, 13 शासकीय एवं अशासकीय उत्कृष्ट स्कुलों का सम्मान अतिथीयों के द्वारा शाल, श्रीफल व प्रतिक चिन्ह प्रदान कर किया गया। मुख्य अतिथी के रूप मे सभापति श्री जैन ने अपना उद्बोधन देते हुये कहा कि हमें गुरूजनों से जो ज्ञान, शिक्षा प्राप्त हुई है उसे हमे आत्मसात कर समाज सेवा के कार्य करने का उद्देश्य सर्वोपरी रखा है। उन्होंने आगे कहा कि बच्चों को घरों के संस्कार के साथ शाला मे प्रवेश कराते है परन्तु गुरूजन उनमे शिक्षा व ज्ञान रूपी संस्कार का बीजारोपण कर उनके व्यक्तित्व को निखार कर उनका जीवन संवारते है।
कार्यक्रम मे सत्तापक्ष नेता श्री सेन ने उपस्थित गुरूजानें को नमन करते हुये कहा कि हमारा सम्पूर्ण जीवन गुरूजनों के द्वारा प्रदत्त शिक्षा का ऋणी रहेगा। कार्यक्रम मे पूर्व जिलाध्यक्ष श्री मुकाती ने कहा कि भारत के विश्वगुरू बनने मे शिक्षा ही एक सशक्त माध्यम होगी। कार्यक्रम मे पार्षद अजय तोमर, निगम उपायुक्त आरती खेडेकर ने भी अपने उद्बोधन देकर गुरूजनों को नमन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथीयो के द्वारा मॉ सरस्वती एवं डॉ सर्वपल्ली राधकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके पश्चात उत्कृष्ट स्कुल के छात्र,छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुती दी गई। इस अवसर पर गुरू परम्परा अन्तर्गत वरिष्ट गुरूजन विष्णु वर्मा सर व शिक्षिका श्रीमती माया सक्सेना का अतिथीयो द्वारा पाद्य पूजन कर उनका सम्मान किया गया। इस अवसर पर वरिष्ट गुरूजन श्री वर्मा ने गुरू की महिमा पर अपने उद्बोधन मे कहा कि गुरू शिष्यों का सर्वागीण विकास कर उनमें सभ्यता की शिक्षा प्रदान करता है। भगवान श्रीकृष्ण एवं सुदामा ने बिना किसी भेदभाव के एक ही गुरूकुल मे शिक्षा प्राप्त करी थी। उसे हमे आज आत्मसात करना होगा।अतिथीयो का स्वागत निगम सामान्य प्रशासन समिति अध्यक्ष पिंकी संजय दायमा द्वारा पुष्पगुच्छ से किया गया। कार्यक्रम मे जिला शिक्षा अधिकारी हरिसिह भारती, बी.ई.ओ. अधिकारी प्रमिला डावर, मंडल अध्यक्ष देवेन्द्र नवगोत्री, पार्षद सोनू परमार, आलोक साहू, भूपेश ठाकुर, बाली घोसी, रितु सवनेर, खुशबु निलेश वर्मा, पार्षद प्रतिनिधि संजय ठाकुर, राज वर्मा, नितीन आहूजा, अजय पडियार, निलेश वर्मा, प्रवीण वर्मा, गोपाल खत्री, स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर महेश सोनी आदि सहित सैकडो शिक्षक शिक्षिकायें व उनके परिवारजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन पंकज वर्मा ने किया तथा आभार सामान्य प्रशासन समिती अध्यक्ष प्रतिनिधि संजय दायमा ने माना।
कार्यक्रम नगर निगम सभापति रवि जैन के मुख्य आतिथ्य मे तथा जिला पंचायत अध्यक्ष लीला भेरूलाल अटारिया की अध्यक्षता मे तथा निगम सत्तापक्ष नेता मनीष सेन, विधायक प्रतिनिधि भरत चौधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष बहादुर मुकाती, वरिष्ठ भाजपा नेता ओम जोशी, निगम लोक निर्माण समिती अध्यक्ष गणेश पटेल, पार्षदों एवं पार्षद प्रतिनिधियों के विशेष आतिथ्य मे सम्पन्न हुआ। जिसमे निगम द्वारा 32 सेवा निवृत्त शिक्षक, शिक्षिकाओं, 54 उत्कृष्ट शिक्षक, शिक्षिकायें, 8 कॉलेज के शिक्षक, शिक्षिकायें, 13 शासकीय एवं अशासकीय उत्कृष्ट स्कुलों का सम्मान अतिथीयों के द्वारा शाल, श्रीफल व प्रतिक चिन्ह प्रदान कर किया गया। मुख्य अतिथी के रूप मे सभापति श्री जैन ने अपना उद्बोधन देते हुये कहा कि हमें गुरूजनों से जो ज्ञान, शिक्षा प्राप्त हुई है उसे हमे आत्मसात कर समाज सेवा के कार्य करने का उद्देश्य सर्वोपरी रखा है। उन्होंने आगे कहा कि बच्चों को घरों के संस्कार के साथ शाला मे प्रवेश कराते है परन्तु गुरूजन उनमे शिक्षा व ज्ञान रूपी संस्कार का बीजारोपण कर उनके व्यक्तित्व को निखार कर उनका जीवन संवारते है।

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