कुटुंब प्रोबधन कर समाज के सहयोग से भारत को सशक्त बनाना है
शताब्दी वर्ष में संघ ने निकाला विशाल पथ संचलन, 500 से अधिक में स्वयंसेवक हुए सहभागी, जगह जगह पुष्पवर्षा कर हुआ स्वागत
भोरासा । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष एवं विजयादशमी उत्सव पर देवास के सभी नगरों में पथ संचलन निकाला जा रहे हैं, इसी क्रम में मंगलवार को भोरासा नगर में भी में परम्परागत पथसंचलन निकाला गया। संचलन सरस्वती विद्या मंदिर से प्रारंभ हुआ नगर के मुख्य मार्गों होकर एवं श्री भंवरनाथ मंदिर प्रांगण पहुँचकर समाप्त हुआ।
इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता में देवास विभाग पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के विभाग संयोजक श्री गोपाल जी राठौड़ रहे।
अतिथियों ने शस्त्र पूजन एवं भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण किया। मुख्य वक्ता श्री गोपाल जी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि सामाजिक समरसता एवं "स्व" के भाव का जागरण कर हम हमारे नगर का उत्कृष्ट विकास कर सकते हैं। यह "स" का तथा सामाजिक समरसता सहित कुटुंब के माध्यम से ही युवाओं में बिजारोपित हो सकते हैं। कुटुंब ही हमारे समाज की रीड है इसलिए पंच परिवर्तन के सभी विषयों को कुटुंब के माध्यम से ही नई पीढ़ी तक पहचाना होगा उसमें ही राष्ट्र का भला है। प्रत्येक स्वयंसेवक और समाज के सहयोग से हम इस कार्य मे निरंतर आगे बढ़ रहे है।
संचलन में भौरासा नगर के 500 से अधिक स्वयंसेवक घोष की धुन पर कदमताल करते हुए चल रहे थे। संचलन का नगर में अनेक सामजिक एवं धार्मिक संगठनो सहित बड़ी मात्रा में महिलाओं द्वारा पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया ।इस अवसर पर कार्यक्रम स्थल पर संघ के सो वर्षों की यात्रा पंच परिवर्तन सहित अन्य विषयों की प्रदर्शनी भी लगाई गई इसके साथ ही राष्ट्रीय साहित्य का अस्थाई विक्रय केंद्र भी लगाया गया।

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