डाक टिकिट का संग्रह कर आप बन सकते हैं करोड़पति- उमेश नीमा
जनसामान्य और छात्रों के बीच भारतीय डाक टिकिटो की खरीद एवं संग्रहण की रुचि बढ़ाने के लिए भारतीय डाक विभाग देवास द्वारा नगर के न्यू एरा स्कूल में फिलेटली सेमिनार आयोजित किया गया।
इस अवसर पर इंदौर से पधारे फिलाटेलिस्ट श्री उमेश नीमा ने डाक टिकिटो के महत्व एवं प्रचलन से संबंधित कई महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला।उन्होंने बताया कि विश्व का पहला डाक टिकिट वर्ष 1840 में ब्रिटेन द्वारा जारी किया गया था इस टिकिट का नाम ब्लेक पैनी था आज यह टिकिट करोड़ो की कीमत रखता है इसी प्रकार भारत मे डाक टिकिटो की शुरुवात वर्ष 1852 से हुई इसलिए यह टिकिट संग्रहण का यह शौक आपको करोड़पति बना सकता है। अभी तक देश मे लगभग 3500 डाक टिकिट जारी हो चुके हैं।जिसमे लगभग सभी सभी विषयों जैसे वन्य जीव, वनस्पति , इतिहासिक महत्व की इमारते, प्रसिद्ध कलाकार, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी प्रमुख हैं।
उन्होंने बताया कि आप मात्र 200 रु में पोस्ट आफिस में फिलेटली खाता खुलवाकर आप नए नए डाक टिकिट घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर देवास उपसंभाग के सहायक डाक अधीक्षक श्री अजीत जी डामोर ने फिलेटली क्विज में विजेता विद्यार्थीओ को सम्मानित किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री मिथुन जी विश्वास भी मंचासीन थे। उन्होंने भी बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए पुरुस्कृत विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी।अंत मे सभी बच्चो को टिकिट संग्रहण के लिए एक विशेष एलबम भी प्रदान किया गया।इस अवसर पर डाक अधिदर्शक श्री चैन सिंह यादव एवं श्री महेश परमार ,यश सोनी, चेतन सोलंकी प्रियंका पटेल पूजा चौहान आभा त्रिपाठी कपिल जामलिया का भी विशेष सहयोग रहा।
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