प्रखर एवँ श्रेष्ठ संतान हेतू पुंसवन संस्कार आज की अनिवार्य आवश्यकता - गायत्री परिवार
गायत्री परिवार का आयोजन आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी
पुंसवन संस्कार का किसी विशेष धर्म से कोई नाता नहीं, हर वर्ग की बहनें करा सकती है
वार्ड क्र. 30 की आँगनवाडी केंद्र क्रमांक 05 में हुआ बड़े उत्साह पूर्वक पुंसवन संस्कार आयोजन
देवास । अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में देश भर में श्रेष्ठ संतान के लिए पुंसवन संस्कार (गर्भ संस्कार) भारतीय संस्कृति और वैदिक परंपरा के अनुरूप मनाया जाता है, इसी कड़ी में वार्ड नं. 30 के आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 05 पर गायत्री परिवार, आँगनवाडी सहायिका, कार्यकर्त्ता सहित सुपर वाईजर के सहयोग से बड़ी उमंग और उत्साह के साथ पुंसवन संस्कार मनाया गया । गायत्री शक्तिपीठ के मीडिया प्रभारी विक्रमसिंह चौधरी ने बताया कि वार्ड क्र. 30 के आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 05 पर गायत्री परिवार के आचार्यगणो द्वारा श्रेष्ठ संतान हेतू बहनों का पुंसवन संस्कार (गर्भ संस्कार) गायत्री महायज्ञ के माध्यम से सम्पन्न हुआ । गायत्री परिवार महिला मंडल की नीति श्रीवास्तव एवं सरिता पाटीदार ने गर्भ धारिणी बहनों को आयोजन में सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान अवस्था को देखते हुए समाज में आज जन्म लेने वाले प्रखर एवं श्रेष्ठ शिशु संतान के लिए बहनों का पुंसवन संस्कार बहुत ही आवश्यक है क्योकि गर्भ के दौरान जो माता के मन मस्तिष्क में चल रहा होता है उसका असर शिशु पर पड़ता है । गर्भावस्था में बहनों को बहुत ही सहज, शांत एवं प्रसन्न रहने की जरुरत है । अपने खान पान, रहन सहन एवं दिनचर्या को बहुत ही व्यवस्थित रखना होगा । गर्भ संस्कार का किसी विशेष धर्म से कोई नाता नहीं, इसे सहज ही हर सम्प्रदाय, पंथ व धर्म की बहनें अपनी होने वाली संतान को श्रेष्ठ व प्रखर बनाने के लिए पुंसवन संस्कार करवा सकती है ढ्ढ जिससे श्रेष्ठ एवं प्रखर संतान होने की प्रबल संभावना होती है । पुंसवन संस्कार महोत्सव में आये परियोजना अधिकारी मोहनलाल अहिरवार ने कहा कि गायत्री परिवार द्वारा जो संस्कार समाज को दिए जा रहे है वे बहुत ही सराहनीय है एवं इस प्रकार के आयोजन को हम सभी केन्द्रो पर करवाने का प्रयास करेंगे साथ ही आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक सुषमा ताइडे, सहायिका सोनाली अमूलखराटे, कार्यकर्त्ता प्रेमलता देवड़ा, शकुंतला शर्मा, सुशीला निहाले का विशेष सहयोग रहा । पुंसवन संस्कार कर्मकांड का संचालन गायत्री परिवार के वरिष्ठ परिजन महेश आचार्य एवं चन्द्रिका शर्मा ने पूर्ण वैदिक परंपरा एवं भारतीय संस्कृति के अनुरूप बड़े ही सरल व सहजता से पूर्ण किया । आयोजन के अंत में गायत्री परिवार की ओर से पुंसवन संस्कार कराने वाली बहनों को गायत्री मंत्र लेखन पुस्तिका एवं श्रीवेदमाता गायत्रीजी का चित्र भेंट किया गया । पुंसवन संस्कार आयोजन में गायत्री शक्तिपीठ की महिला संगीत टोली प्रमुख मंजू पटेल के मार्गदर्शन में बहनों द्वारा प्रज्ञागीतों की शानदार प्रस्तुति दी गई जिसमें - हे भगवान हमारे देश को दे ऐसी संतान .. श्रवण सरिके बेटे जन्मे घर घर हिंदुस्तान ...... ये प्रज्ञागीत सबको बहुत ही पसंद आये । यह आयोजन देखने के लिए आस पास की कई माताये एवं बहने भी आई थी । पुंसवन संस्कार समारोह आयोजक गायत्री परिवार महिला मंडल की श्रद्धा निहाले ने आयोजन में आये सभी अतिथियों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया एवं निरंतर आयोजन में सबके सहयोग की अपील की गई । देवास आँगनवाडी परियोजना अधिकारी मोहनलाल अहिरवार ने कहा कि आगामी दिनों में अनेकों आँगनवाडी केन्द्रों पर पुंसवन संस्कार के आयोजन होगें जिसमें हमें गायत्री परिवार के
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