सर्द मौसम में संगीत सम्राट उस्ताद रज्जब अली खां के स्मारक पर गुंजे तराने, कलाकारों ने दी प्रस्तुतियां
देवास। मूर्धन्य संगीतज्ञ संगीत सम्राट उस्ताद रज्जब अली खां की 65, वीं बरसी (पुण्यतिथि ) उनके स्मारक स्थल पर संगीत सम्राट उस्ताद रज्जब अली खां संगीत कल्याण समिति के तत्वाधान में मनाई। कार्यक्रम परंपरा अनुसार स्थानीय भोपाल चौराहा से बैंड बाजे चादर के साथ प्रारंभ हुआ। स्मारक स्थल पर पहुंचने पर, सर्वप्रथम कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पार्षद मुस्तफा अहमद हाथी वाले, विशेष अतिथि भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष धर्मेंद्र चंदेल, समिति अध्यक्ष मोहम्मद मुनव्वर खान, जाहिद हुसैन (बबलू भाई) सचिव आनंद गुप्ता, विजय पंडित ( नन्नू बाबा) शाहबुदीन मंसूरी सुधीर पंडित,सतीश साहेब,चिंटू पटेल, असीम पंडित, यूसुफ खान,नौशाद मंसूरी,( पिपलोदा द्वारकाधीश ) अनवर खान,शरीफ खान के आतिथ्य में सूफी फोरम के फिरोज़ एहमद सिद्दीकी राजा वारसी ने फातिहा ख्वानी पेश की, अजय पंडित व उपस्थित जनों ने गायत्री मंत्रोचार के साथ फूलों की चादर पेश की। कार्यक्रम में सर्वप्रथम स्थानीय बाल भजन गायिका राजकुमार सोलंकी ने गुरु वंदना प्रस्तुत की , युवा गायिका काजल नागेश्वर ने ठुमरी की शानदार प्रस्तुति दी। बृजमोहन बमरेले वायलियन एवं मोहन कुमार गंधर्व तबला, तथा देवऋषि बमरेले ने वायलन के राग यमन का उम्दा प्रदर्शन एवं विवेक गंधर्व के भजन, हेमाक्षी चौहान, बद्रीलाल मालवीय, सुमित्रा देवी के कबीर भजन ने सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। इस अवसर पर सतीश साहेब ने संबोधित भी किया। कार्यक्रम में तबला वादक देवेन्द्र नागेश्वर को तानसेन समारोह में गिनिज बुक तबला प्रतियोगिता में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर उनका सम्मान किया गया। उपस्थित कलाकारों को समिति द्वारा सम्मान पत्र, तथा अतिथि श्री चंदेल व हुसैन एवं साथियों ने नन्ही बाल भजन गायिका सोलंकी व हेमाक्षी को नगद पारितोषिक से सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन शहाबुद्दीन मंसूरी ने किया तथा आभार आनंद गुप्ता ने माना।
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