45 दिवसीय आगम तप एवं 9 लाख नवकार मंत्र जाप का दिव्य शंखनाद
नगर में ऐतिहासिक तपस्या प्रारंभ
देवास। देवास नगर के तपस्या इतिहास में पहली बार 45 दिवसीय जिन आगम तपस्या का विविध मंत्रोच्चार के साथ शंखनाद हुआ। श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ जैन मंदिर, तुकोगंज रोड पर विराजित पूज्य साध्वीजी श्री तत्त्वरसा श्रीजी म. सा. आदि की पावन निश्रा में 45 आगम तप की यह आराधना की जा रही है। सैकड़ो तपस्वीयों द्वारा लगातार 45 दिनों यह तपस्या तक की जावेगी। इस हेतु तपस्वियों द्वारा प्रभु चरणों में श्रीफल समर्पित करके निर्विघ्न तपस्या की कामना की गई। साथ ही साथ नो लाख नो हजार नो सो निंननान्वें 9,09,999 नवकार महामंत्र जाप का भी शुभारंभ हुआ। यह जाप अनुष्ठान निर्माणाधीन श्री वीररत्न सुरी आराधना भवन के निर्विघ्न निर्माण के शुभ उद्देश्य को लेकर किया जा रहा है। इस हेतु 18 जुलाई को कुंभ स्थापन, दीपक स्थापन, नवकार महामंत्र पट स्थापन एवं अधिष्ठायक देव-देवी स्थापन का भावपूर्ण विधान हुआ। नवकार महामंत्र एवं 45 आगम की अष्टप्रकारी पूजन की गई। विविध पूजन सामग्री से परिपूर्ण कर नवकार मंगल कलश एवं अखंड दीपक का प्रतिस्थापन हुआ। विधान संपन्न हर्षद जैन उन्हेल वाले द्वारा किया गया। प्रवक्ता विजय जैन ने बताया कि 20 जुलाई रविवार को सुबह 8.30 बजे गुरु गुण गाथा का गुरु महिमा मंडित गीत संगीतमय कार्यक्रम अहिंसा भवन जेल रोड पर होगा। यह सुंदर प्रस्तुति विराज भाई अहमदाबाद एवं रोहन भाई मुम्बई द्वारा दी जाएगी। कार्यक्रम पश्चात सकल श्री संघ के स्वामी वात्सल्य का आयोजन भोजन शाला में होगा। प्रतिदिन सुबह पूज्यश्री के प्रवचन एवं रात्रि को धार्मिक पाठशाला चल रही है। श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ श्री संघ एवं ट्रस्ट मंडल ने समाज जनों से कार्यक्रम को सफल बनाने का अनुरोध किया है।
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