देवास। स्वच्छ शहर जोड़ी के अंतर्गत नगर निगम देवास को सोनकच्छ का दायित्व सौंपा गया। देवास की स्वच्छता टीम के द्वारा नगर परिषद सोनकच्छ का भ्रमण किया गया। टीम द्वारा निम्न सुझाव दिए गए।
’ बस स्टैंड पर बने हुए सार्वजनिक शौचालय को आदर्श शौचालय के रूप में विकसित किया जाएगा।
’ रहवासी क्षेत्र में बन रहे सामुदायिक शौचालय को सुलभ के तर्ज पर तैयार किए जावे।
’ प्रसंस्करण स्थल पर गीले कचरे एवं सूखे के प्रबंधन हेतु कार्ययोजना बनाई जा रही है।
’ प्रतिदिन 100 प्रतिशत कचरे का संग्रहण हो इस हेतु कार्य योजना बनाई गई।
’ आगामी दिनों में सफाई मित्रो और स्टाफ को प्रशिक्षण दिए जाने की तैयारी की जा रही है।
’ व्यावसायिक क्षेत्र का निरीक्षण कर शहर को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने हेतु दुकानदारों को प्रेरित किया गया।
’ सार्वजनिक एवं सामुदायिक क्षेत्रों में जुड़वा लीटर लगाए जाने का सुझाव दिया गया।
’ कचरा वाहन चालक एवं हेल्पर से चर्चा कर कचरा संग्रहण में आने वाली समस्या के बारे ने चर्चा की गई। जिसमें इन्हें रूट चार्ट बनाने का सुझाव दिया गया।
’ प्रतिदिन वार्ड में सफाई हो जिसमें सतत् निगरानी हेतु वार्ड अनुसार स्वैपिंग प्लान बनाए जाए।
’ सेनेटरी एवं हानिकारक कचरे का पृथक से संग्रहण हो इस हेतु कचरा वाहन में अतिरिक्त 2 बिन और लगवाए जाने का सुझाव दिया गया।
निरीक्षण के दौरान नगर निगम देवास स्वच्छ भारत मिशन के कंसल्टेंट श्री विश्वजीत सिंह ने कहा कि देवास द्वारा मेंटी सिटी के लिए बने गए 100 दिवसीय प्लान के अनुसार शहर में कार्य किया जाएगा, वर्तमान में सोनकच्छ नगर परिषद के पास संसाधनों की कमी है जिनकी पूर्ति के लिए प्रपोजल तैयार कर राज्य शासन को भेजा जाएगा। वर्तमान के साथ साथ भविष्य में होने वाली जरूरत को देखते शहर में तैयारी करवाई जाने की देवास कोशिश कर रहा है। और आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण में सोनकच्छ को अच्छी रेंक मिले इस उद्देश्य से देवास एवं सोनकच्छ की टीम समन्वय के साथ कार्य करेगी। निरीक्षण के दौरान सोनकच्छ परिषद के उपयंत्री जितेंद्र मारू, पंकज एवं देवास स्वच्छता टीम से दीपक अग्रवाल, विशाल जोशी, खिलेष नारायणे उपस्थित रहे।

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